मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड सरकार आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इसके तहत प्रदेश के हर जिले में एक आदर्श आयुष गांव स्थापित किया जाएगा और नए योग व वेलनेस केंद्र विकसित किए जाएंगे।
ओल्ड राजपुर स्थित एक होटल में आयोजित कार्यक्रम में सीएम धामी ने पिछले वर्ष देहरादून में हुए 10वें विश्व आयुर्वेद कांग्रेस और आरोग्य एक्सपो की उपलब्धियों पर आधारित दस्तावेज, आयुष विभाग की कॉफी टेबल बुक और विज्ञान भारती की विज्ञान विद्यार्थी मंथन प्रतियोगिता का पोस्टर जारी किया। उन्होंने कहा कि यह दस्तावेज आने वाले समय में आयुर्वेद से जुड़े अनुसंधान, नीति-निर्माण और जनस्वास्थ्य के लिए मार्गदर्शन का काम करेगा।
सीएम धामी ने विज्ञान विद्यार्थी मंथन की पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह युवाओं में विज्ञान के प्रति जिज्ञासा और नवाचार की भावना को बढ़ावा देती है। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड प्राचीन समय से ही आयुर्वेद और औषधीय संसाधनों का केंद्र रहा है।
कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, आरएसएस के प्रांत प्रचारक डॉ. शैलेंद्र, सचिव आयुष दीपेंद्र चौधरी, निदेशक आयुर्वेद विजय जोगदंडे सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में 300 से अधिक आयुष्मान आरोग्य केंद्र संचालित हो रहे हैं और ई-संजीवनी पोर्टल से 70 से अधिक विशेषज्ञ आयुष परामर्श दे रहे हैं। हर जिले में 50 और 10 बेड वाले आयुष अस्पताल बनाए जा रहे हैं। आने वाले समय में आयुष टेली कंसल्टेशन सेवा शुरू करने के साथ 50 नए योग व वेलनेस केंद्र स्थापित किए जाएंगे।
कार्यक्रम की शुरुआत में उत्तरकाशी के धराली गांव में आई आपदा में जान गंवाने वालों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।