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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का रुद्रप्रयाग दौरा: ग्रामीण विकास, पर्यटन और संस्कृति को मिला बढ़ावा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रुद्रप्रयाग जिले के दो दिवसीय भ्रमण के दौरान कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। अपने दौरे की शुरुआत में मुख्यमंत्री ने सारी गांव स्थित एक होमस्टे का दौरा किया, जहां उन्होंने उपलब्ध सुविधाओं, पर्यटकों के अनुभवों, और सरकार की स्वरोजगार योजना की प्रगति का जायजा लिया।

होमस्टे मॉडल से सशक्त हो रही ग्रामीण अर्थव्यवस्था
मुख्यमंत्री ने कहा कि होमस्टे योजना न केवल राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रही है, बल्कि देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को उत्तराखंड की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं से परिचित कराने में भी अहम भूमिका निभा रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में बड़ी संख्या में होमस्टे संचालित हो रहे हैं, जो हजारों स्थानीय निवासियों को रोजगार प्रदान कर रहे हैं।

स्यालसौड़ मेले में शामिल होंगे मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री धामी आज ऊखीमठ के स्यालसौड़ में आयोजित कृषि, औद्योगिक एवं पर्यटन विकास मेले में हिस्सा लेंगे। इस कार्यक्रम को लेकर प्रशासन और पुलिस ने व्यापक तैयारियां पूरी कर ली हैं। मुख्य विकास अधिकारी डॉ. गणेश सिंह खाती और एसडीएम अनिल कुमार शुक्ला ने सारी गांव पहुंचकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और सुनिश्चित किया कि सभी तैयारियां समय पर पूरी हों।

ओंकारेश्वर मंदिर में स्वागत और पांडव नृत्य में सहभागिता
इससे पहले मुख्यमंत्री का उखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर परिसर में गर्मजोशी से स्वागत किया गया। मंदिर के पुजारियों और स्थानीय निवासियों ने पुष्पगुच्छ और परंपरागत तरीके से उनका अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री मंदिर में आयोजित पांडव नृत्य में भी शामिल हुए और स्थानीय संस्कृति का अनुभव लिया।

रात्रि प्रवास से ग्रामीणों का बढ़ा उत्साह
मुख्यमंत्री धामी ने पर्यटक ग्राम सारी के एक होमस्टे में रात्रि प्रवास किया। उत्तराखंड के इतिहास में यह पहली बार हुआ है जब किसी मुख्यमंत्री ने रुद्रप्रयाग जिले के किसी गांव में रात बिताई हो। इस पहल से स्थानीय निवासियों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। उन्होंने कहा कि इस तरह के दौरे न केवल सरकार और जनता के बीच की दूरी कम करते हैं, बल्कि जमीनी स्तर पर योजनाओं की वास्तविक स्थिति जानने का अवसर भी प्रदान करते हैं।

मुख्यमंत्री का यह दौरा ग्रामीण विकास, पर्यटन और संस्कृति के संवर्धन की दिशा में एक सकारात्मक कदम के रूप में देखा जा रहा है। उनकी पहल से क्षेत्र में नई ऊर्जा का संचार हुआ है और आने वाले समय में इससे पर्यटन को और मजबूती मिलेगी।

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