देहरादून पुलिस ने ऑपरेशन ‘कालनेमि’ के तहत फर्जी धार्मिक चोला ओढ़कर लोगों को ठगने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस अभियान के तहत एक फर्जी मौलाना मो. याकूब समेत कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जो लोगों की धार्मिक भावनाओं का शोषण कर ठगी में लिप्त थे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के स्पष्ट निर्देशों पर चलाए जा रहे इस अभियान में अब तक 121 फर्जी बाबाओं और ढोंगियों को सलाखों के पीछे भेजा जा चुका है।
चंदे के नाम पर ठगी करता था फर्जी मौलाना
गिरफ्तार किया गया आरोपी मो. याकूब, मूल रूप से थाना बिहारीगढ़, कुरड़ीखेड़ा का रहने वाला है। वह खुद को मौलाना बताकर लोगों के बीच भ्रम फैलाता था और धार्मिक भय का हवाला देकर मदरसे के नाम पर चंदा वसूलता था। लेकिन यह चंदा किसी मदरसे तक नहीं पहुंचता था, बल्कि याकूब खुद इस धनराशि का इस्तेमाल करता था।
साधु का वेश धारण कर रहे थे ठगी
इसके अलावा सात अन्य लोग भी पुलिस के हत्थे चढ़े हैं, जो साधु-संतों का वेश धरकर महिलाओं और युवाओं को मानसिक शांति, पूजा-पाठ और टोने-टोटके के जरिए समस्याओं से छुटकारा दिलाने का झांसा देते थे। ये लोग भोले-भाले नागरिकों से ठगी कर आर्थिक लाभ उठाते थे।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की सूची:
मो. याकूब – कुरड़ीखेड़ा, थाना बिहारीगढ़
भिखारी लाल – रानीगंज मखना, जनपद पीलीभीत
कुलदीप शर्मा – लेबर कॉलोनी, जनपद फिरोजाबाद (उत्तर प्रदेश)
हजारी लाल – खेरगढ़, फिरोजाबाद
सरयुग यादव – धनोआ, मधुबनी, बिहार
बलदेव – बालू मास, जिला रांची, झारखंड
बबली – रोशनाबाद, हरिद्वार
वर्षराम गिरि – त्रिवेणीघाट, ऋषिकेश
देहरादून पुलिस का कहना है कि ऑपरेशन कालनेमि आगे भी जारी रहेगा और समाज में भ्रम फैलाने वाले किसी भी ढोंगी को बख्शा नहीं जाएगा।