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देहरादून में साइबर अपराधियों ने एक बुजुर्ग दंपती को अपना शिकार बनाया है। अज्ञात व्यक्ति ने खुद को मुंबई पुलिस का एसपी बताकर दंपती को ‘डिजिटल अरेस्ट’ में रखा और उनसे 44 लाख रुपये की ठगी की।

ठगी की वारदात

पीड़ित सुनील कुमार ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि 20 अप्रैल को उनके मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को मुंबई पुलिस में कार्यरत एसपी बताते हुए सुनील को जानकारी दी कि उनके नाम से नरेश गोयल नामक व्यक्ति ने एक बैंक खाता खुलवाया है, जो मनी लॉन्ड्रिंग के गंभीर मामले में शामिल है।

डर का फायदा

कॉल करने वाले ने कहा कि नरेश गोयल के आदमी उनकी निगरानी कर रहे हैं और मुंबई पुलिस के सादी वर्दी में जवान उनके घर के आसपास तैनात हैं। साथ ही यह भी हिदायत दी गई कि वे घर से बाहर जाएं तो मोबाइल ऑन रखें ताकि उनकी लोकेशन ट्रेस होती रहे। इससे सुनील कुमार और उनकी पत्नी भयभीत हो गए।

ठगी की रकम

डर का फायदा उठाते हुए, आरोपी ने ‘जमानत प्रक्रिया’ के नाम पर 10 लाख रुपये मांगे, जिसे सुनील ने बताए गए बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिया। 22 अप्रैल को आरोपी ने पुनः 4 लाख रुपये की मांग की, जो उन्होंने भेज दिए। 23 अप्रैल को ठग ने तीसरी बार 30 लाख रुपये ट्रांसफर करने को कहा, जिसे पीड़ित ने भरोसे में आकर भेज दिया।

पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा

जब आरोपी लगातार और अधिक पैसे मांगने लगा तो सुनील कुमार को ठगी का एहसास हुआ और उन्होंने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। डीएसपी अंकुश मिश्रा ने बताया कि साइबर थाने में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और जांच तेजी से आगे बढ़ाई जा रही है।

लोगों से अपील

पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी अज्ञात कॉल या धमकी भरे संदेशों पर विश्वास न करें और ऐसी किसी भी घटना की तत्काल सूचना पुलिस को दें। इससे न केवल आपकी सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि ऐसे अपराधियों को पकड़ने में भी मदद मिलेगी।

सावधानी बरतें

– किसी भी अज्ञात कॉल पर व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।

– धमकी भरे संदेशों पर ध्यान न दें और उन्हें पुलिस को सूचित करें।

– ऑनलाइन लेनदेन करते समय सावधानी बरतें और विश्वसनीय स्रोतों का उपयोग करें।

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