अल्मोड़ा, उत्तराखंड: बुधवार को अल्मोड़ा जिले में अचानक बदले मौसम ने जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया। दोपहर करीब एक बजे आई तेज बारिश और ओलावृष्टि के कारण चौघानपाटा क्षेत्र में स्थित 500 केवीए ट्रांसफार्मर का फ्यूज उड़ गया। इस तकनीकी खराबी के चलते नगर क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई, जिससे करीब दस हजार लोगों को घंटों परेशानी का सामना करना पड़ा।
बिजली गुल होने के कारण सरकारी और निजी कार्यालयों में कामकाज ठप हो गया। कई जगहों पर कंप्यूटर, प्रिंटर, फोटोस्टेट मशीनें और अन्य बिजली संचालित उपकरण बंद हो गए। मोबाइल फोन चार्ज न होने के कारण लोगों की संचार सुविधा भी प्रभावित हो गई। बाजार में दुकानें समय से पहले बंद हो गईं और व्यापारियों को नुकसान झेलना पड़ा।
बारिश के बीच बिजली कर्मचारियों का प्रयास
घटना की जानकारी मिलते ही उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPCL) की टीम मौके पर पहुंची। तेज बारिश के बीच भी बिजली कर्मचारियों ने काम करते हुए करीब 2:30 बजे अस्थायी रूप से आपूर्ति बहाल की, जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिली। हालांकि यह राहत अधिक समय तक नहीं टिक पाई। शाम करीब चार बजे एक बार फिर ट्रांसफार्मर में तकनीकी खराबी आने से बिजली आपूर्ति दोबारा बाधित हो गई।
इस दोबारा आई बाधा का असर माल रोड, जोशी खोला, थपलिया, कैंट, थाना बाजार, जौहरी बाजार और हुक्का क्लब जैसे इलाकों में देखा गया, जहां करीब पांच हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए। बिजली न होने से इन इलाकों में दुकानदारों के साथ-साथ आम नागरिकों को भी कठिनाई झेलनी पड़ी। फोटो स्टेट, फोटोशॉप, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट और छोटे उद्योगों पर इसका सीधा असर देखने को मिला।
व्यापारियों को नुकसान, आम जनजीवन अस्त-व्यस्त
स्थानीय व्यापारियों ने बताया कि बिजली की आपूर्ति बाधित होने के कारण उनका काफी नुकसान हुआ। कई फोटो स्टेट और कंप्यूटर सेंटरों को ग्राहकों को बिना सेवा दिए लौटाना पड़ा। जिन दुकानों में इनवर्टर की सुविधा नहीं थी, वे पूरी तरह से बंद हो गईं। विद्यार्थियों और कामकाजी लोगों के लिए भी यह स्थिति परेशानी भरी रही क्योंकि न तो इंटरनेट चल पाया और न ही मोबाइल चार्ज हो सके।
लमगड़ा में 33 केवी लाइन ब्रेक डाउन, ग्रामीण क्षेत्र भी प्रभावित
उधर, जिले के लमगड़ा क्षेत्र में भी तेज बारिश के चलते 33 केवी की लाइन में ब्रेकडाउन हो गया, जिससे क्षेत्र के कई गांवों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। इस लाइन के खराब होने से ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग छह घंटे तक बिजली नहीं रही। इससे गांवों में भी जनजीवन प्रभावित हुआ। लोगों के घरेलू काम, खेती से जुड़े कार्य और पानी की आपूर्ति जैसी जरूरी चीजें भी रुक गईं।
UPCL की टीम ने तत्काल मौके पर पहुंचकर वैकल्पिक समाधान निकाला। उन्होंने 33 केवी लाइन को 11 केवी लाइन से जोड़ते हुए आपूर्ति बहाल करने का प्रयास किया। शाम तक बिजली बहाल कर दी गई जिससे ग्रामीणों को राहत मिली।
प्रशासन और बिजली विभाग से उम्मीद
स्थानीय लोगों का कहना है कि बारिश और तूफान के समय ट्रांसफार्मर और बिजली लाइनों में खराबी आना अब आम बात हो गई है, लेकिन बार-बार होने वाली इस परेशानी का स्थायी समाधान अब तक नहीं निकल पाया है। लोग चाहते हैं कि बिजली विभाग ऐसे हालातों से निपटने के लिए पहले से पुख्ता व्यवस्था करे।
वहीं, बिजली विभाग का कहना है कि खराब मौसम में बिजली आपूर्ति को बनाए रखना चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन उनकी टीम हमेशा तत्पर रहती है और जल्द से जल्द आपूर्ति बहाल करने का प्रयास करती है।
निष्कर्ष
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि प्राकृतिक आपदाओं के समय हमारी बुनियादी सेवाएं कितनी संवेदनशील हैं। बारिश और ओलावृष्टि जैसी मौसमी घटनाएं यदि थोड़ी देर के लिए भी हों, तो वे शहर से लेकर गांव तक जीवन को बुरी तरह प्रभावित कर सकती हैं। ऐसे में जरूरी है कि प्रशासन और संबंधित विभाग समय से पूर्व तैयारी करें और नागरिकों की परेशानियों को कम क
रने के लिए पुख्ता कदम उठाएं।