हरिद्वार में कांवड़ यात्रा अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है। अब तक करीब 3 करोड़ 56 लाख 90 हजार से अधिक शिवभक्त गंगाजल लेकर हरकी पैड़ी और आसपास के घाटों से अपने गंतव्य की ओर रवाना हो चुके हैं। केवल रविवार शाम 6 बजे से सोमवार शाम 6 बजे तक ही 55 लाख श्रद्धालु जल भरकर लौटे।
हरिद्वार, भीमगोडा, सुभाष घाट जैसे स्थानों पर भारी भीड़ देखने को मिली। कांवड़ियों के जोश और भक्ति के बीच डाक कांवड़ की रफ्तार ने सभी को चौंका दिया। कुछ भक्तों ने 100 से 195 किमी तक की दूरी कुछ ही घंटों में तय कर लेने का दावा किया है। गाजियाबाद के कांवड़ यात्री आशीष और मोहित ने बताया कि उन्होंने सुबह 8 बजे जल भरा और बिना रुके सीधे हिंडन तक दौड़ने का लक्ष्य रखा है।
इधर, ऋषिकेश के श्यामपुर फाटक पर जाम की स्थिति में एक कांवड़ यात्री की तबीयत बिगड़ गई, जिस पर एसएसपी अजय सिंह ने खुद मोर्चा संभाला। उन्होंने बेहोश यात्री को संभालते हुए प्राथमिक उपचार दिलाया और एम्बुलेंस की मदद से उसे अस्पताल भिजवाया।
श्रद्धालुओं की मान्यता है कि बाबा भोलेनाथ ने उन्हें बुलाया है, और उनकी सेवा में देरी नहीं होनी चाहिए। चाहे दूरी कितनी भी हो, भक्ति में कोई थकान महसूस नहीं
होती।