हरिद्वार स्थित प्रसिद्ध चंडी देवी मंदिर के महंत रोहित गिरी एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। हाल ही में एक महिला के साथ छेड़खानी के आरोप में उनकी गिरफ्तारी के बाद अब उनकी पत्नी गीतांजलि गिरी ने उनके खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए नया मामला दर्ज कराया है। गीतांजलि गिरी ने अपने पति रोहित गिरी सहित 10 लोगों पर हत्या के प्रयास, चोरी, ब्लैकमेलिंग, जबरन वसूली और षड्यंत्र रचने जैसे संगीन आरोप लगाए हैं। श्यामपुर थाने की पुलिस ने उनकी तहरीर पर संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
गीतांजलि गिरी ने बताया कि वह चंडी देवी मंदिर ट्रस्ट की आजीवन ट्रस्टी हैं और उनका विवाह रोहित गिरी से 19 साल पहले हुआ था। दोनों का एक बेटा भवानी नंदन गिरी है। उनके अनुसार, अगस्त 2021 में रीना बिष्ट नाम की एक महिला उनके जीवन में आई, जो उनकी बड़ी बहन की पुरानी जानकार थी। रीना ने खुद को पीड़ित बताकर सहानुभूति बटोरी और पीसीएस परीक्षा की तैयारी के बहाने उनके घर में रहने लगी।
गीतांजलि ने आरोप लगाया कि अक्टूबर 2022 में घर की सफाई के दौरान उन्हें एक डायरी मिली, जिसमें रोहित गिरी द्वारा रीना के नाम 5.5 लाख रुपये की फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) कराने की बात लिखी गई थी। जब इस विषय में रोहित और रीना से पूछा गया, तो दोनों ने टालमटोल किया। बाद में रोहित ने सफाई देते हुए दावा किया कि रीना उसे अश्लील वीडियो के ज़रिए ब्लैकमेल कर रही है।
घटना ने और तूल तब पकड़ा जब 14 जनवरी 2024 को रीना ने एम्स ऋषिकेश में एक बच्ची को जन्म दिया। अस्पताल रिकॉर्ड में रोहित गिरी और रीना को पति-पत्नी के रूप में दर्शाया गया, जबकि रोहित की शादी गीतांजलि से अब भी कानूनी रूप से कायम थी और रीना का तलाक तेज प्रकाश भट्ट से नहीं हुआ था। इस बात ने गीतांजलि को गहरी मानसिक चोट पहुंचाई।
गीतांजलि ने यह भी आरोप लगाया कि 14 मई 2024 को जब रोहित को पंजाब पुलिस छेड़खानी के एक मामले में पूछताछ के लिए लेकर गई, उसी दौरान उन्हें धमकाया गया कि वे चंडी देवी मंदिर की संपत्ति के अधिकार और ट्रस्टी पद से इस्तीफा दे दें। उन्हें यह धमकी भी दी गई कि अगर उन्होंने विरोध किया तो उनके और उनके परिवार के खिलाफ झूठे मामले बनाए जाएंगे।
उनका दावा है कि रीना बिष्ट ने उनके बेटे भवानी नंदन गिरी को जान से मारने की नीयत से कार से कुचलने की कोशिश की। इसके अलावा, मंदिर के कर्मचारियों ने साजिश के तहत उनके भाई की कार में मंदिर की रसीदें रखकर चढ़ावे की लूट का झूठा आरोप लगाने की कोशिश की। मामले को दबाने के लिए सीसीटीवी की हार्डड्राइव भी नष्ट कर दी गई। इतना ही नहीं, गीतांजलि की कार भी चोरी कर ली गई और अब उन्हें लगातार जान से मारने की धमकियाँ दी जा रही हैं।
गीतांजलि ने पुलिस को दी गई तहरीर में यह भी आरोप लगाया कि उन्हें जबरन तलाक देने और ट्रस्ट से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया जा रहा है। इस पूरे घटनाक्रम में न केवल एक महिला के सम्मान को ठेस पहुंची है, बल्कि धार्मिक संस्था की गरिमा पर भी प्रश्नचिन्ह खड़े हुए हैं।
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए महंत रोहित गिरी, रीना बिष्ट, उसकी बहन मीना चौहान, मीना के पति समीर, रीना के पुत्र तेज प्रकाश बिष्ट, मंदिर कर्मचारियों राजकुमार मिश्रा, सोनू, ऋतिक (पुत्र चंद्रपाल उर्फ सप्पल), विजय मोहन पंवार और सोनू कश्यप उर्फ मोगली के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया है। सभी के खिलाफ हत्या का प्रयास, चोरी, ब्लैकमेलिंग, जबरन वसूली और षड्यंत्र जैसे आरोप लगाए गए हैं।
पुलिस का कहना है कि मामला अत्यंत संवेदनशील है और जांच प्रक्रिया तेजी से चल रही है। गीतांजलि गिरी की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं और मामले से जुड़े सभी पहलुओं की बारीकी से जांच की जा रही है।
यह घटना न केवल एक पारिवारिक विवाद को उजागर करती है, बल्कि धार्मिक संस्थाओं में हो रहे आंतरिक संघर्ष और सत्ता की लड़ाई की गंभीर तस्वीर भी सामने लाती है। अब देखना यह होगा कि कानून इन आरोपों की सच्चाई तक पहुँचकर न्याय दिलाने में कितनी तत्परता दिखाता है।