नैनीताल में श्रीराम सेवक सभा द्वारा आयोजित नंदा देवी महोत्सव के दौरान मां नंदा-सुनंदा की विदाई पर आस्था का सागर उमड़ पड़ा। भक्तों ने जयकारों के साथ डोले में कंधा लगाने और फूल-अक्षत चढ़ाने के लिए उत्साह दिखाया।
शुक्रवार सुबह ही श्रद्धालुओं का जमावड़ा मां नयना देवी मंडप पर जुट गया, जहां उन्होंने पूजा-अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना की। मंदिर के आचार्य चंद्रशेखर तिवारी और अन्य पुरोहितों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विशेष पूजा संपन्न कराई।
आयोजक संस्था ने विधि-विधान के साथ डोले को मंदिर ट्रस्ट को सौंपा और नगर भ्रमण के लिए विदा किया। जैसे ही डोला मुख्य द्वार से बाहर निकला, हजारों श्रद्धालुओं ने जयकारे लगाकर आस्था प्रकट की। डोले में पुष्प वर्षा भी की गई।
डोले के नगर भ्रमण में बैंड पर माता की स्तुति आधारित गीत प्रस्तुत किए गए, जबकि छलिया कलाकार ढोल-नगाड़े और मशकबीन की धुन पर नृत्य कर कुमाऊंनी संस्कृति की छटा बिखेर रहे थे। पिथौरागढ़ का लखिया भूत इस बार आकर्षण का केंद्र रहा। महिलाओं ने झोड़े गा कर उत्सव में चार चाँद लगाए।
इस वर्ष पहली बार नगरपालिका ने डोले के साथ वाहन में प्रसाद वितरण भी किया। समारोह में मंडलायुक्त दीपक रावत, एसपी जगदीश चंद्र, एसडीएम केएन गोस्वामी और हजारों श्रद्धालु शामिल रहे।