उत्तरकाशी की नेलांग घाटी के जादूंग क्षेत्र में पारंपरिक शैली में घरों का निर्माण किया जाएगा, ताकि स्थानीय संस्कृति और वास्तुशिल्प को संरक्षित रखा जा सके। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने सोलर इंटरनल हीटिंग सिस्टम और पारदर्शी कांच के इस्तेमाल पर ज़ोर देते हुए कहा कि यह अत्यधिक ठंड में राहत देगा। जादूंग में कैफेटेरिया और भैरोंघाटी मार्ग पर भूस्खलन रोकने के लिए वायर नेटिंग के निर्देश भी दिए गए।
जादूंग को ईको म्यूजियम के रूप में विकसित किया जाएगा, जहां पुराने लकड़ी के घर पारंपरिक रूप में संरक्षित रहेंगे। इसी तरह, चमोली की नीती घाटी में टिम्मरसैंण महादेव गुफा को “दूसरा अमरनाथ” बनाने की योजना है, जहां प्राकृतिक बर्फ का शिवलिंग बनता है।
नैनीताल के कैंचीधाम मंदिर में सुविधाएं बढ़ाने, पाताल भुवनेश्वर में सुरक्षा चेन लगाने और हरिद्वार में हॉट एयर बैलून गतिविधि शुरू करने की योजना भी सामने आई है।
मंत्री ने राज्य में निर्माणाधीन रोपवे प्रोजेक्ट्स की सुरक्षा बढ़ाने, तराई क्षेत्रीय पर्यटन को नेपाल से जोड़ने, युवाओं को कैंपिंग, कुकिंग और हॉस्पिटेलिटी का प्रशिक्षण देने, और हर जिले में कैरावैन पार्क विकसित करने जैसे सुझाव दिए।
इसके अलावा, होम स्टे योजना में कमरे बढ़ाने और 12 ज्योतिर्लिंग यात्रा के लिए समेकित पैकेज बनाने पर विचार किया जा रहा है। वर्ष 2025 में पर्यटन क्षेत्र के लिए 486 करोड़ रुपये की योजनाएं स्वीकृत की
गई हैं।