अल्मोड़ा जिले के रानीखेत स्थित खुशालकोट गांव में नवविवाहित दंपत्ति की संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी पर लटके होने की घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। सूचना मिलते ही राजस्व पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमार्टम के लिए उप जिला चिकित्सालय रानीखेत भेज दिया। मौत की वास्तविक वजह का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही हो सकेगा।
मंगलवार दोपहर, खुशालकोट निवासी देवकी देवी जब घर लौटीं तो उन्होंने अपने बेटे कमल सिंह नेगी (31) और उसकी पत्नी सरिता नेगी (24) को कमरे में फांसी पर लटका पाया। कमरे का दरवाजा बंद था और काफी देर तक आवाज देने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिलने पर देवकी देवी ने दरवाजा खोला। जैसे ही उन्होंने यह दृश्य देखा, उनकी चीख निकल पड़ी। शोर सुनकर गांव वाले एकत्र हो गए और तुरंत घटना की जानकारी राजस्व उप निरीक्षक कुबेर सिंह मेहरा को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को नीचे उतारा और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जांच के लिए नायब तहसीलदार प्रियंका, राजस्व उप निरीक्षक कुंदन लाल, कुबेर सिंह मेहरा, प्रदीप बिजल्वाण समेत अन्य अधिकारी मौके पर मौजूद रहे।
साढ़े छह महीने की शादी में हुआ दर्दनाक अंत
कमल सिंह और सरिता की शादी 29 अप्रैल 2024 को हुई थी। शादी के सिर्फ साढ़े छह महीने बाद ही यह नवविवाहित जोड़ा इस दर्दनाक अंजाम तक पहुंच गया। कमल लुधियाना के एक होटल में काम करता था और दिवाली के अवसर पर घर लौटा था। सरिता गृहिणी थी और उनकी शादीशुदा जिंदगी अभी शुरू ही हुई थी। जवान बेटे और बहू की अचानक मौत ने पूरे परिवार को सदमे में डाल दिया है। मां देवकी देवी अपने बेटे और बहू को याद कर बार-बार बेहोश हो जा रही हैं।
पुलिस कर रही है जांच, मौत की वजह अब भी अज्ञात
पुलिस द्वारा इस घटना की गहराई से जांच की जा रही है। फिलहाल, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह आत्महत्या है या इसके पीछे कोई और वजह है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही इस रहस्यमय घटना के पीछे की असल कहानी का खुलासा हो सकेगा।