त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण के लिए मंगलवार को 497 पोलिंग टीमें रवाना कर दी गईं। इसके साथ ही प्रचार का शोर भी थम गया है। अब बृहस्पतिवार को पहले चरण का मतदान होगा।
जहां मोबाइल नेटवर्क की सुविधा नहीं है, वहां पुलिस वायरलेस और सेटेलाइट फोन के जरिए चुनावी गतिविधियों की जानकारी जुटाई जाएगी।
राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने सभी संबंधित विभागों के नोडल अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि चुनाव अवधि में सभी विभागों के कंट्रोल रूम 24 घंटे सक्रिय रहेंगे और किसी भी आपात सूचना पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
निर्वाचन आयुक्त ने यह भी कहा कि यदि किसी स्थान पर सड़क बंद होती है तो संबंधित विभाग जैसे लोनिवि तुरंत रास्ता साफ कर यातायात बहाल करें। पोलिंग पार्टियों को समय पर अपने गंतव्य पर पहुंचाने के लिए पूरी तैयारी होनी चाहिए। संचार व्यवस्था को भी पूरी तरह दुरुस्त रखने के निर्देश दिए गए हैं।
इसके अलावा, सभी जिलाधिकारी और चुनाव पर्यवेक्षक मौसम, सड़क स्थिति और किसी भी संभावित आपदा पर नजर रखेंगे ताकि चुनाव प्रक्रिया में कोई बाधा न आए। निर्वाचन आयोग के सचिव राहुल गोयल ने बताया कि सभी टीमों को अलर्ट मोड पर रखा गया है और मुख्य उद्देश्य यह है कि मतदान शांतिपूर्वक और सुरक्षित रूप से सं
पन्न हो।