देहरादून के एक मॉल में होने जा रहे बैंड-बाजा-बरात थीम पर आधारित नकली शादी कार्यक्रम को पुलिस ने रद्द कर दिया। आयोजकों को चेतावनी दी गई कि भविष्य में कोई ऐसा कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा, जिससे धार्मिक या सांस्कृतिक भावनाओं को आहत पहुंचे।
यह इवेंट छह सितंबर को मॉल ऑफ देहरादून में होने वाला था। इसमें डेकोरेशन और बरात जैसे रिवाज नकली तरीके से पेश किए जाने वाले थे। आयोजकों ने 1001 रुपये रजिस्ट्रेशन फीस और ड्रेस कोड भी निर्धारित किया था।
पुलिस ने स्पष्ट किया कि शहर में आयोजित सभी कार्यक्रमों में सुरक्षा प्रोटोकॉल, क्राउड मैनेजमेंट और प्रशासनिक दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाएगा। केवल सांस्कृतिक और मनोरंजन गतिविधियों तक ही कार्यक्रम सीमित रहेंगे और प्रशासन से अनुमति आवश्यक होगी।
मुंबई, दिल्ली-एनसीआर और बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों की तरह देवभूमि में भी नकली शादी के कार्यक्रम बढ़ने लगे हैं। इस कारोबार में आयोजक लाखों रुपये लेकर पूरा पैकेज तैयार करते हैं। बराती भी नियमित ग्राहक बन जाते हैं। बैंड-बाजे से लेकर सजावट तक सब कुछ असली जैसा होता है, लेकिन असली रिश्ते की बजाय केवल दिखावा होता है।