Roorkee Uttarakhand : उत्तराखंड के सुल्तानपुर क्षेत्र में शुक्रवार को मौसम ने अचानक करवट बदली और बारिश के साथ गिरी आकाशीय बिजली ने दो जिंदगियां छीन लीं। दोनों ही घटनाएं अलग-अलग गांवों में हुईं, लेकिन दुखद संयोग यह रहा कि दोनों पीड़ित खेतों में काम कर रहे थे। एक महिला हुसैनपुर गांव के पास खेत में निराई-गुड़ाई कर रही थी, वहीं दूसरी घटना में एक युवक अपने खेत में सिंचाई के दौरान आकाशीय बिजली की चपेट में आ गया।
हुसैनपुर गांव की घटना
पहली घटना सुल्तानपुर के हुसैनपुर गांव के पास हुई, जहाँ मुटकाबाद निवासी 45 वर्षीय महिला भोली अपने गांव की दो अन्य महिलाओं – आसबती और बालेश – के साथ खेत में निराई-गुड़ाई के लिए गई थीं। सुबह करीब 9 बजे जैसे ही वे खेत पर पहुँचीं, आसमान में बादल छा गए और बारिश शुरू हो गई। तीनों महिलाओं ने बारिश से बचने के लिए खेत में मौजूद एक आम के पेड़ के नीचे शरण ली।
उन्हें शायद यह अंदाजा नहीं था कि वही पेड़ उनके लिए जानलेवा साबित होगा। कुछ ही देर में तेज गर्जना के साथ बिजली गिरी और भोली उस चपेट में आ गईं। घटना इतनी अचानक और तेज थी कि भोली की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पास में खड़ी आसबती और बालेश बाल-बाल बच गईं।
महिलाओं की चीख-पुकार सुनकर आसपास खेतों में काम कर रहे अन्य लोग मौके पर पहुँचे। उन्होंने तत्काल पुलिस और उपजिलाधिकारी (एसडीएम) लक्सर को सूचना दी। बाद में पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आवश्यक कार्यवाही शुरू की।
जैनपुर खुर्द गांव में युवक की मौत
दूसरी दुखद घटना जैनपुर खुर्द गांव में हुई, जहाँ 18 वर्षीय शाहबाज अपने खेत में सिंचाई का काम कर रहा था। सुबह के समय जब बारिश तेज हुई तो वह भी अन्य लोगों की तरह बारिश से बचने के लिए पेड़ के नीचे खड़ा हो गया। लेकिन अचानक गिरी बिजली ने उसकी जान ले ली।
ग्रामीणों के अनुसार, शाहबाज पर बिजली गिरने की आवाज बहुत तेज थी। जब लोग दौड़कर मौके पर पहुँचे, तब तक वह दम तोड़ चुका था। इस घटना के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
हालांकि, इस मामले में शाहबाज के परिजनों ने पुलिस को कोई सूचना नहीं दी और पारिवारिक रीति-रिवाजों के अनुसार उन्होंने शव को दफन कर दिया। प्रशासन ने भी इस संबंध में जानकारी जुटाने की कोशिश की है।
ग्रामीणों में दहशत का माहौल
इन दोनों घटनाओं के बाद पूरे सुल्तानपुर क्षेत्र में शोक और दहशत का माहौल है। खासकर खेतों में काम कर रहे मजदूरों और किसानों में डर बैठ गया है। बरसात के मौसम में खेतों में काम करना अब उन्हें खतरनाक लगने लगा है।
हुसैनपुर गांव के लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि बिजली गिरने जैसी घटनाओं के समय सुरक्षा के लिए उचित दिशा-निर्देश जारी किए जाएं और मजदूरों को जागरूक किया जाए कि बारिश के दौरान पेड़ों के नीचे खड़ा होना कितना खतरनाक हो सकता है।
प्रशासन की अपील
पुलिस और प्रशासन की ओर से भी आम जनता से अपील की गई है कि बारिश और गर्जना के समय खुले स्थानों या पेड़ों के नीचे खड़े न हों। खेत में काम कर रहे लोगों को सलाह दी गई है कि वे मौसम विभाग की चेतावनी पर ध्यान दें और सुरक्षित स्थानों पर शरण लें।
लक्सर उपजिलाधिकारी ने घटनास्थल पर पहुँचकर पीड़ित परिवारों से संवेदना व्यक्त की और प्रशासन की ओर से हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया। वहीं हुसैनपुर की मृतका भोली के परिजनों के लिए मुआवजे की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने पहले ही उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में आकाशीय बिजली गिरने और तेज बारिश की चेतावनी जारी की थी। अधिकारियों का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक इसी तरह का मौसम बने रहने की संभावना है। लोगों को अत्यधिक सावधानी बरतने की जरूरत है।
सुल्तानपुर में हुई ये दो घटनाएं एक गंभीर चेतावनी हैं कि मौसम की मार से बचने के लिए हमें सतर्क और जागरूक रहना चाहिए। खेतों में काम कर रहे लोगों, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों और मजदूरों के लिए सुरक्षा उपायों को अपनाना अब अनिवार्य हो गया है। प्रशासन से लेकर समाज तक, सभी को मिलकर इस तरह की प्राकृतिक आपदाओं में जान गंवा
ने से रोकने के लिए प्रयास करने होंगे।