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रुद्रपुर में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां दुकान के पुराने विवाद ने खूनी रूप ले लिया और दो पक्षों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया। इस गोलीबारी में पिता और पुत्र की दर्दनाक मौत हो गई।

दुकान विवाद की जड़

ईश्वर कॉलोनी निवासी 62 वर्षीय गुरमेज सिंह ने करीब पांच वर्ष पहले मॉडल कॉलोनी निवासी अवधेश सलूजा से गल्ला मंडी में एक दुकान किराए पर ली थी। बाद में अवधेश ने उक्त दुकान को 50 लाख रुपये के कर्ज के एवज में ग्रामीण बैंक में गिरवी रख दिया था। लोन नहीं चुका पाने के चलते बैंक ने दुकान की नीलामी कर दी। सितंबर 2024 में गुरमेज सिंह ने उक्त दुकान को नीलामी में 48 लाख रुपये में खरीद लिया था।

कोर्ट के फैसले के बाद भड़की रंजिश

इसके बाद से अवधेश सलूजा गुरमेज सिंह से रंजिश पालने लगा था। दुकान पर कब्जा हासिल करने के लिए अवधेश ने कोर्ट का सहारा भी लिया, मगर कुछ दिन पहले कोर्ट ने उसका केस खारिज कर दिया। इसके चलते अवधेश में गहरी नाराजगी थी।

रात के अंधेरे में साजिश

रविवार देर रात करीब 2:12 बजे गुरमेज सिंह के बड़े बेटे सुरेंद्र सिंह के मोबाइल पर सूचना मिली कि दुकान के बाहर कुछ संदिग्ध गतिविधियाँ हो रही हैं। सुरेंद्र ने तुरंत सीसीटीवी फुटेज चेक किया तो देखा कि अवधेश सलूजा और उसका भाई दिनेश सलूजा जेसीबी मशीन से दुकान की दीवार तोड़ रहे थे।

गोलीबारी और मौत

हालात देखकर सुरेंद्र सिंह, अपने पिता गुरमेज सिंह और छोटे भाई 26 वर्षीय मनप्रीत सिंह के साथ तुरंत मौके पर पहुंचे। दुकान पर पहुंचते ही आरोपियों ने उन पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इस हमले में गुरमेज सिंह और मनप्रीत सिंह को गोलियां लगीं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

पुलिस और एसओजी सक्रिय

घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी मणिकांत मिश्रा, एसपी सिटी उत्तम सिंह नेगी, कोतवाल मनोज रतूड़ी सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस और एसओजी की टीमें आरोपियों की तलाश में ताबड़तोड़ दबिश दे रही हैं।

प्रशासन का भरोसा

प्रशासन ने जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी का भरोसा दिलाया है। इस वारदात ने न सिर्फ शहर में सनसनी फैलाने वाली रही, बल्कि व्यापारिक समुदाय में भी भारी आक्रोश का माहौल बन गया है।

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