हरिद्वार में एक भावुक और श्रद्धापूर्ण समारोह में, दिग्गज अभिनेता मनोज कुमार की अस्थियां गंगा नदी में विसर्जित की गईं। यह समारोह हरकी पैड़ी के ब्रह्मकुंड में आयोजित किया गया था, जहां उनके पुत्र कुणाल और विशाल सहित परिवार के अन्य सदस्य उपस्थित थे।
अस्थि विसर्जन समारोह
– वैदिक मंत्रोच्चार के बीच अस्थि विसर्जन: परिवार के सदस्य अस्थि कलश लेकर हरकी पैड़ी पहुंचे, जहां तीर्थ पुरोहितों ने पूरे विधि-विधान से अस्थि विसर्जन संपन्न कराया।
– श्रद्धा और सम्मान की भावना: इस भावुक क्षण में पूरे वातावरण में श्रद्धा और सम्मान की भावना स्पष्ट दिखाई दी।
– मां गंगा से आत्मा की शांति की प्रार्थना: मनोज कुमार के पुत्र कुणाल ने बताया कि उन्होंने मां गंगा से अपने पिता की आत्मा की शांति और मोक्ष की कामना की है।
मनोज कुमार की विरासत
– देशभक्ति और मानवीय मूल्यों का प्रतीक: मनोज कुमार ने जीवनभर देशभक्ति और मानवीय मूल्यों को अपनी फिल्मों के माध्यम से जीवंत रखा।
– भारत कुमार के नाम से प्रसिद्ध: उन्हें भारत कुमार के नाम से भी जाना जाता है, और उनकी फिल्में जैसे कि ‘उपकार’, ‘पुरब और पश्चिम’, और ‘शहीद’ आज भी दर्शकों के दिलों में बसी हुई हैं।
– अमर विरासत: उनकी फिल्मों ने भारतीय सिनेमा में एक अमिट छाप छोड़ी है, और उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
अंतिम विदाई
– हरकी पैड़ी पर श्रद्धांजलि: हरकी पैड़ी पर मौजूद लोगों ने मनोज कुमार को श्रद्धांजलि दी और उनके योगदान को नमन किया।
– पुण्य सलिला गंगा में विसर्जन: मनोज कुमार की अस्थियों का विसर्जन पुण्य सलिला गंगा में किया गया, जो उनके लिए एक सच्ची श्रद्धांजलि है। ¹