उत्तराखंड भ्रमण पर आए 16वें वित्त आयोग के प्रतिनिधिमंडल का भव्य स्वागत राजधानी देहरादून स्थित राजभवन में किया गया। इस अवसर को और भी खास बनाने के लिए उत्तराखंड की समृद्ध लोक संस्कृति के रंगों से अतिथियों का अभिनंदन किया गया, जिसने राज्य की सांस्कृतिक पहचान को बखूबी उजागर किया।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) से आयोग के अध्यक्ष डॉ. अरविंद पनगढ़िया के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने शिष्टाचार भेंट की। मुलाकात के दौरान उत्तराखंड राज्य की आर्थिक स्थिति, विकास की प्राथमिकताएं तथा भविष्य की योजनाओं को लेकर विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श किया गया। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी भी इस अहम बैठक में उपस्थित रहे और उन्होंने राज्य सरकार की ओर से प्रदेश की वित्तीय आवश्यकताओं और विकास संबंधी योजनाओं की जानकारी आयोग के समक्ष रखी।
तीन दिवसीय उत्तराखंड दौरे पर आया यह प्रतिनिधिमंडल राज्य के विभिन्न हिस्सों का भ्रमण कर वित्तीय योजनाओं और संसाधनों के उपयोग की स्थिति का प्रत्यक्ष अवलोकन करेगा। इस दौरान राज्य सरकार की ओर से आयोग को प्रस्तुतिकरण भी दिया जाएगा, जिसमें उत्तराखंड को विशेष राज्य का दर्जा बनाए रखने और अधिक वित्तीय सहायता की मांग प्रमुख विषय होंगे।
राजभवन में आयोग के सम्मान में एक भव्य सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें उत्तराखंड की लोक कला, नृत्य और संगीत की सुंदर प्रस्तुतियों ने सभी अतिथियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। राज्य के लोक कलाकारों द्वारा प्रस्तुत छोलिया नृत्य, जौनसारी नृत्य और कुमाऊं-गढ़वाल की पारंपरिक धुनों ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। रंग-बिरंगे परिधान, पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुन और भावपूर्ण प्रस्तुतियों ने उत्तराखंड की लोक विरासत को जीवंत कर दिया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के उपरांत राज्यपाल की ओर से प्रतिनिधिमंडल के सम्मान में राजकीय भोज की व्यवस्था की गई, जिसमें उत्तराखंड के पारंपरिक व्यंजनों का विशेष तौर पर समावेश किया गया था। भोज में उपस्थित अतिथियों ने पहाड़ी स्वादों की सराहना करते हुए राज्य की पाक विरासत की भी प्रशंसा की।
इस विशेष अवसर पर प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर, मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन, राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारीगण, गणमान्य अतिथि और सांस्कृतिक क्षेत्र से जुड़े प्रतिष्ठित लोग भी उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में उत्तराखंड की सांस्कृतिक विविधता और मेहमाननवाज़ी की भावना की सराहना की।
इस दौरे के दौरान आयोग के सदस्य राज्य के विभिन्न विभागों के साथ बैठकें करेंगे, जिससे उन्हें प्रदेश की जरूरतों और विकास की दिशा को समझने में सहायता मिलेगी। उम्मीद की जा रही है कि इस दौरे के परिणामस्वरूप उत्तराखंड को केंद्र से अधिक वित्तीय समर्थन मिलेगा, जो राज्य के दूरदराज और पर्वतीय इलाकों के विकास में सहायक सिद्ध होगा।
राजभवन में आयोजित यह सांस्कृतिक एवं संवादमूलक अवसर न केवल वित्त आयोग के सदस्यों के लिए राज्य को समझने का माध्यम बना, बल्कि यह उत्तराखंड की मेहमाननवाज़ी और सांस्कृतिक समृद्धि का भी जीवंत उदाहरण प्र
स्तुत करता है।