उत्तराखंड के अल्मोड़ा ज़िले में स्थित मोहान ईको टूरिज्म ज़ोन अब पर्यटकों के लिए और भी आकर्षक बन गया है। वन विभाग ने इस क्षेत्र में सफारी के लिए ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा शुरू कर दी है, जिससे जंगल सफारी का रोमांच अब पहले से अधिक सुलभ हो गया है। यह कदम खासतौर पर उन पर्यटकों के लिए राहतभरा साबित होगा, जिन्हें पहले सीट न मिलने की वजह से अगला दिन इंतज़ार करना पड़ता था।
मोहान: नया पसंदीदा टूरिज्म हॉटस्पॉट
मोहान ईको टूरिज्म ज़ोन, जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क से केवल 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह क्षेत्र तेजी से पर्यटकों की पहली पसंद बनता जा रहा है। घने जंगल, शांत वातावरण और जीव-जंतुओं की प्रचुरता इसे एक आदर्श वन्यजीव गंतव्य बनाते हैं। यहाँ आने वाले पर्यटक बाघ, हाथी, भालू, तेंदुए, लोमड़ी, चीतल, सांभर और घुरड़ जैसे कई वन्य प्राणियों को प्राकृतिक आवास में देखने के लिए उत्साहित रहते हैं।
ऑनलाइन बुकिंग: अब सफारी की सीट पक्की
पहले सफारी बुकिंग पूरी तरह ऑफलाइन होती थी, जिससे काफी बार पर्यटकों को निराश होकर लौटना पड़ता था या अगले दिन का इंतजार करना पड़ता था। इसी समस्या को दूर करने के लिए वन विभाग ने एक नई व्यवस्था लागू की है। अब पर्यटक वन विभाग की वेबसाइट या मोबाइल ऐप के माध्यम से घर बैठे ही अपनी जंगल सफारी की सीट आरक्षित कर सकते हैं। इससे न केवल अनावश्यक भीड़ से राहत मिलेगी, बल्कि पर्यटकों का समय और अनुभव दोनों बेहतर हो सकेगा।
वन्य जीवन के करीब से दीदार का अवसर
मोहान क्षेत्र की जैव विविधता काफी समृद्ध है। यहां के जंगलों में बाघों की दहाड़, हाथियों के झुंड, और भालुओं की चहलकदमी जैसे दृश्य किसी रोमांचक फिल्म की तरह जीवंत लगते हैं। जंगल सफारी के दौरान प्रशिक्षित गाइड्स के साथ पर्यटक जीप में बैठकर इन दुर्लभ पलों का आनंद ले सकते हैं। प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ, यहां की शांत आबोहवा भी आत्मा को सुकून देती है।
इको-पर्यटन और स्थानीय लोगों को लाभ
मोहान ईको टूरिज्म जोन का विकास केवल पर्यटकों के लिए ही नहीं, बल्कि आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के लिए भी फायदेमंद साबित हो रहा है। स्थानीय लोगों को गाइड, ड्राइवर, कैंप ऑपरेटर और खानपान सेवाओं में रोजगार के अवसर मिल रहे हैं। इस प्रकार यह पहल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करने में भी सहायक बन रही है।
वन विभाग की सतर्कता और सुरक्षा व्यवस्था
वन विभाग ने पर्यटकों की सुरक्षा और वन्यजीव संरक्षण दोनों को ध्यान में रखते हुए सफारी के दौरान कुछ नियम बनाए हैं। सफारी के लिए तय समय-सीमा, साइलेंट जोन का पालन, और गाड़ियों की सीमित संख्या सुनिश्चित की जाती है। साथ ही, प्रशिक्षित गाइड्स यह सुनिश्चित करते हैं कि पर्यटक किसी भी प्रकार से वन्यजीवों को परेशान न करें। इससे न केवल जैवविविधता सुरक्षित रहती है, बल्कि पर्यटकों को एक जिम्मेदार पर्यटन का अनुभव भी होता है।
पर्यटन सीजन में बढ़ती मांग
पर्यटन सीजन (अप्रैल से जून और अक्टूबर से दिसंबर) में मोहान सफारी की मांग काफी बढ़ जाती है। बड़ी संख्या में देश-विदेश से पर्यटक यहां प्राकृतिक सौंदर्य और रोमांच का अनुभव लेने पहुंचते हैं। ऑनलाइन बुकिंग सुविधा के कारण अब इन व्यस्त महीनों में भी पर्यटकों को आसानी से स्लॉट मिल पाएंगे।
पर्यावरण के अनुकूल पहल
ईको टूरिज्म का उद्देश्य केवल पर्यटन को बढ़ावा देना नहीं है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण को भी महत्व देना है। मोहान ज़ोन में प्लास्टिक के उपयोग पर सख्त रोक है और पर्यटकों को भी सस्टेनेबल व्यवहार अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। बायोडिग्रेडेबल उत्पादों का उपयोग, कचरा प्रबंधन, और ग्रीन गाइडलाइंस जैसे कई उपायों से यहां की जैव विविधता को संरक्षित रखा जा रहा है।
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निष्कर्ष:
मोहान ईको टूरिज्म ज़ोन में ऑनलाइन जंगल सफारी बुकिंग की सुविधा शुरू होने से पर्यटकों को अब एक बेहतरीन अनुभव मिलेगा। समय की बचत, रोमांचकारी वन्यजीव दर्शन और सहज प्रक्रिया के साथ यह क्षेत्र पर्यावरण और ग्रामीण विकास—दोनों में संतुलन बनाए रखने का उत्कृष्ट उदाहरण बन रहा है। यदि आप प्रकृति प्रेमी हैं या वन्य जीवन के करीब से दीदार करना चाहते हैं, तो मोहान की सफारी निश्चि
त ही आपके लिए यादगार साबित होगी।