Bageshwar Uttarakhand – समाज में कानून व्यवस्था को मजबूत करने और ग्रामीणों को जागरूक बनाने की दिशा में कपकोट थाना पुलिस द्वारा एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। क्षेत्राधिकारी (सीओ) मनीष शर्मा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने लीती गाँव में रात्रि प्रवास किया और ग्रामीणों के साथ चौपाल का आयोजन किया।
इस चौपाल का उद्देश्य सिर्फ कानून की जानकारी देना ही नहीं था, बल्कि ग्रामीणों से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं को समझना और सुरक्षा व सहयोग का भरोसा दिलाना भी था। चौपाल में बड़ी संख्या में ग्रामीण, विशेषकर महिलाएं और बुजुर्ग शामिल हुए।
सीओ मनीष शर्मा ने ग्रामीणों से कहा, “पुलिस केवल अपराधियों को पकड़ने के लिए नहीं, बल्कि समाज के साथ मिलकर समस्याओं को सुलझाने के लिए भी है। आपके सहयोग के बिना कानून व्यवस्था को मजबूत करना संभव नहीं है।”
कानूनी जानकारी और साइबर सुरक्षा पर जोर
थानाध्यक्ष (एसओ) खुशवंत सिंह ने ग्रामीणों को नई कानूनी व्यवस्थाओं और अधिकारों की जानकारी दी। उन्होंने विस्तार से बताया कि कैसे बदलते समय में अपराध के तरीके भी बदल रहे हैं, और ऐसे में हर नागरिक को सतर्क रहना आवश्यक है। उन्होंने खास तौर पर साइबर क्राइम के प्रति लोगों को जागरूक किया।
“अगर किसी अज्ञात नंबर से फोन आए, या बैंक खाता संबंधित कोई संदिग्ध लिंक मिले, तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। अपने ओटीपी या पासवर्ड किसी से साझा न करें,” उन्होंने कहा।
उत्तराखंड पुलिस एप की जानकारी
एसओ ने लोगों को ‘उत्तराखंड पुलिस एप’ के बारे में बताया जो कि अब शिकायत दर्ज कराने, गुमशुदगी की सूचना देने और अन्य सेवाओं के लिए एक सरल माध्यम बन चुका है। ग्रामीणों को यह एप डाउनलोड करने और इसका उपयोग सीखने के लिए प्रेरित किया गया।
महिला और बाल सुरक्षा पर विशेष चर्चा
चौपाल में घरेलू हिंसा, महिला अपराध और बाल अपराध जैसे गंभीर मुद्दों पर भी चर्चा हुई। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इन अपराधों की शिकायत दर्ज कराने में किसी को डरने की आवश्यकता नहीं है। पीड़ितों की पहचान गोपनीय रखी जाएगी और उन्हें पूर्ण सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
एसओ खुशवंत सिंह ने कहा, “हम चाहते हैं कि हर महिला और बच्चा खुद को सुरक्षित महसूस करे। किसी भी तरह की हिंसा या दुर्व्यवहार को सहना नहीं है, उसका विरोध करना है। पुलिस हर समय आपके साथ है।”
नशा उन्मूलन के लिए अपील
पुलिस अधिकारियों ने नशे के दुष्प्रभावों और इससे समाज में फैलती बुराइयों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि नशा सिर्फ व्यक्ति को नहीं, पूरे परिवार और समाज को बर्बाद कर देता है।
सीओ मनीष शर्मा ने अपील की, “अगर आप किसी को नशे की गिरफ्त में देखें, तो उसे समझाएं और जरूरत हो तो पुलिस को सूचित करें। हम इलाज और सुधार की दिशा में मदद करेंगे।”
मानसून से पहले सतर्कता की सलाह
चूंकि मानसून का समय नजदीक है, पुलिस ने ग्रामीणों से अनुरोध किया कि किसी भी आपदा या आपातकालीन स्थिति में तुरंत प्रशासन या पुलिस को सूचित करें। पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन और जलभराव जैसी समस्याएं आम होती हैं, जिनसे समय रहते निपटने के लिए जागरूकता और समन्वय जरूरी है।
ग्रामीणों ने जताया आभार
चौपाल के अंत में ग्रामीणों ने पुलिस की इस पहल की सराहना की। बुजुर्गों ने कहा कि यह पहली बार है जब पुलिस खुद चलकर गाँव में आई और सीधे संवाद किया। युवाओं ने साइबर सुरक्षा और पुलिस एप की जानकारी को उपयोगी बताया।
ग्राम प्रधान ने कहा, “अगर पुलिस और जनता मिलकर काम करें, तो कोई भी अपराध गाँव में पनप नहीं सकता। हम पुलिस को पूरा सहयोग देंगे।”
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निष्कर्ष
लीती गाँव में आयोजित यह चौपाल सिर्फ एक बैठक नहीं, बल्कि भरोसे और सहयोग की एक नई शुरुआत थी। पुलिस का यह मानवीय चेहरा, जिसमें वह समाज के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी होती है, निश्चित ही अपराध मुक्त और जागरूक समाज की ओर एक सशक्त कदम है।