देहरादून के कांवली इलाके में धोखाधड़ी का एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां एक वर्कशॉप चलाने वाले किरायेदार ने अपने ही मकान मालिक की जमीन के फर्जी कागजात बनवाकर 85 लाख रुपये में बेच दी। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
रेसकोर्स निवासी सुनील कुमार ने बसंत विहार थाने में दी शिकायत में बताया कि आरोपी अंकुर कुमार, मूल रूप से अमरोहा (उत्तर प्रदेश) का रहने वाला है और वर्तमान में सीमाद्वार स्थित ऋषि विहार की गोकुलधाम सोसाइटी में रहता है। वह लंबे समय से कांवली में राणावत मोटर्स नाम से एक वर्कशॉप किराए की जमीन पर चला रहा था।
सुनील कुमार अक्सर अपनी गाड़ी की सर्विसिंग के लिए वहां जाते थे, जिससे दोनों के बीच पहचान हो गई। इसी दौरान अंकुर ने उन्हें भरोसे में लेकर कहा कि जिस जमीन पर वर्कशॉप है, उसके मालिक उसे बेचना चाहते हैं। उसने 85 लाख रुपये में सौदा तय किया और 11 लाख रुपये टोकन के तौर पर अपने खाते में ले लिए। बाद में उसने एक अन्य बैंक खाता नंबर देकर उसमें 74 लाख रुपये ट्रांसफर करवाए, जो बाद में पता चला कि उसी के नियंत्रण में था।
कुछ समय बाद जब सुनील कुमार दस्तावेज लेने पहुंचे, तो वर्कशॉप बंद मिली। घर जाकर पता चला कि वह कहीं चला गया है। असली जमीन मालिक से बात करने पर खुलासा हुआ कि उन्होंने न तो जमीन बेची है और न ही कोई पैसा प्राप्त किया है।
जांच में सामने आया कि आरोपी ने नकली दस्तावेज तैयार कर जमीन की रजिस्ट्री सुनील कुमार के नाम कराई और पूरी रकम खुद रख ली। बसंत विहार थाना प्रभारी प्रदीप रावत के अनुसार, आरोपी पर धोखाधड़ी और जालसाजी का मामला दर्ज किया गया है और उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर
रही है।