देहरादून में आज एक खास समारोह के दौरान उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा 2025 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। ‘अमर उजाला’ की ओर से आयोजित इस मेधावी छात्र सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को पुरस्कार स्वरूप लैपटॉप और टैबलेट प्रदान किए। यह आयोजन विद्यार्थियों के हौसले को नई उड़ान देने के उद्देश्य से किया गया था।
इस सम्मान समारोह में उत्तराखंड माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में शीर्ष 10 स्थान प्राप्त करने वाले कुल 75 छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। इनमें 12वीं कक्षा के 15 और 10वीं कक्षा के 60 विद्यार्थी शामिल थे। जैसे ही मुख्यमंत्री धामी ने इन होनहार छात्रों को पुरस्कार सौंपे, उनके चेहरे खुशी से खिल उठे। बच्चों के साथ-साथ उनके अभिभावकों की आंखों में भी गर्व और संतोष की झलक देखने को मिली।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में छात्रों की प्रशंसा करते हुए कहा, “आज हम ऐसे प्रतिभाशाली युवाओं से मिल रहे हैं जो न सिर्फ उत्तराखंड बल्कि देश के उज्ज्वल भविष्य का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। आप सभी ने कठिन परिश्रम और समर्पण के बल पर यह मुकाम हासिल किया है। यह केवल एक शुरुआत है, अब लक्ष्य और ऊंचे होने चाहिए।”
सीएम धामी ने आगे कहा, “जीवन में यदि कोई लक्ष्य तय किया जाए, तो उसे पूरा करने में कोई विकल्प नहीं होना चाहिए। यदि संकल्प में विकल्प आ गया, तो हम अपने रास्ते से भटक सकते हैं। इसलिए जो भी संकल्प लें, उसे पूरी निष्ठा से निभाएं। यही सफलता का असली मंत्र है।”
उन्होंने परीक्षा प्रणाली में सुधारों का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने परीक्षाओं में हो रही धांधलियों और नकल पर सख्ती से रोक लगाई है। पहले जहां बच्चों का आत्मविश्वास परीक्षा प्रणाली की खामियों से टूट जाता था, वहीं अब पूरी पारदर्शिता के साथ परीक्षा कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि नकल माफियाओं पर सरकार ने कड़ा एक्शन लेते हुए उनकी कमर तोड़ दी है।
सीएम ने यह भी कहा कि आज जब वे छात्रों के माता-पिता से मिलते हैं, तो उनके चेहरे पर संतोष झलकता है। “परिवार अपनी आवश्यकताओं में कटौती कर के बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान दे रहे हैं। ऐसे में हमारी जिम्मेदारी बनती है कि उनके त्याग और मेहनत को सम्मान दें और सुनिश्चित करें कि उनका परिश्रम व्यर्थ न जाए।”
शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने भी छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में लगातार बदलाव और सुधार ला रही है। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य सिर्फ परीक्षा पास कराना नहीं है, बल्कि छात्रों को जीवन के लिए तैयार करना है। तकनीक के युग में लैपटॉप और टैबलेट जैसे उपकरण उनकी पढ़ाई में सहायक सिद्ध होंगे।”
समारोह में मौजूद छात्रों ने भी अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, शिक्षकों और अपनी मेहनत को दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह का सम्मान उन्हें भविष्य में और बेहतर करने की प्रेरणा देता है।
इस कार्यक्रम के माध्यम से न केवल मेधावी छात्रों को सम्मानित किया गया, बल्कि यह भी संदेश दिया गया कि यदि कड़ी मेहनत और ईमानदारी से लक्ष्य को साधा जाए, तो सफलता निश्चित है।
उत्तराखंड सरकार की ओर से मेधावी छात्रों को तकनीकी संसाधन देकर न केवल उनकी पढ़ाई को सुगम बनाया जा रहा है, बल्कि उन्हें डिजिटल इंडिया की दिशा में भी आगे बढ़ाया जा रहा है। ऐसे प्रयासों से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार आने के साथ-साथ युवाओं में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी हो रहा है।
यह कार्यक्रम शिक्षा क्षेत्र के लिए एक प्रेरणादायी पहल है, जिससे अन्य छात्र भी प्रेरणा लेकर मेहनत करने को प्रोत्साहित होंगे। साथ ही, इससे यह भी स्पष्ट होता है कि राज्य सरकार विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य को लेकर गंभीर है और हर स्तर पर उन्हें बेहतर संसाधन और अवसर प्रदान क
रने के लिए तत्पर है।