मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पिथौरागढ़ जिले के मिलम क्षेत्र में चीन सीमा पर तैनात आईटीबीपी के जवानों से मुलाकात कर उनका उत्साहवर्धन किया। सीएम धामी ने इस मौके पर कहा कि देश की सीमाओं की रक्षा में जवान कठिन परिस्थितियों में भी डटे रहते हैं, जो पूरे राष्ट्र के लिए प्रेरणास्रोत हैं। उन्होंने जवानों से बातचीत की और उनके साथ जलपान भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सीमांत क्षेत्रों के विकास को नई दिशा मिली है। उन्होंने याद दिलाया कि प्रधानमंत्री मोदी देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने पिथौरागढ़ जिले की अंतरराष्ट्रीय सीमा तक पहुंचकर आदि कैलाश, गुंजी और ज्योलिंगकांग जैसे क्षेत्रों का दौरा किया था। प्रधानमंत्री के इस ऐतिहासिक दौरे से न केवल सीमा पर तैनात जवानों का मनोबल बढ़ा है, बल्कि सीमांत क्षेत्र की पहचान भी वैश्विक स्तर पर हुई है।
सीएम धामी ने कहा कि अब राज्य सरकार मिलम क्षेत्र को एक प्रमुख टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने की दिशा में काम कर रही है। जिस प्रकार आदि कैलाश क्षेत्र को प्रधानमंत्री के आगमन के बाद अंतरराष्ट्रीय ख्याति मिली है, उसी तरह मिलम को भी पर्यटन के नक्शे पर विशेष पहचान दिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि इससे पिथौरागढ़ जिले में पर्यटन कारोबार को नई उड़ान मिलेगी और स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
इसके बाद मुख्यमंत्री धामी जिला मुख्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने देवसिंह मैदान में आयोजित सहकारिता मेले का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सीमांत जिलों में सहकारिता के माध्यम से आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। सीमांत क्षेत्र के लोग अब पर्यटन, कृषि और सहकारिता के जरिए प्रदेश की आर्थिक प्रगति में नई भूमिका निभाएंगे।

