हल्द्वानी में हाल ही में हुए एक सनसनीखेज हमले ने पूरे शहर को दहशत में डाल दिया है। यह हमला एक केटरिंग व्यवसायी पर किया गया, जिसमें न केवल उसे गोली मारी गई बल्कि उसके साथियों को भी बेरहमी से पीटा गया। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए अब तक आईटीआई गैंग से जुड़े 12 संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। हालांकि, इस घटना का मुख्य आरोपी और उसका एक सहयोगी अब भी फरार है, जिन्हें पकड़ने के लिए पुलिस और एसओजी की विशेष टीमें अलग-अलग राज्यों में दबिश दे रही हैं।
पुरानी रंजिश बनी हमले की वजह
पुलिस के अनुसार, यह हमला दो गुटों के बीच पुरानी रंजिश का परिणाम है। बताया जा रहा है कि हाल ही में साप्ताहिक बाजार के दौरान आईटीआई गिरोह और घुड़दौड़ा गिरोह के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हुई थी, जो झड़प में बदल गई थी। इसके बाद दोनों ओर से एक-दूसरे को बदला लेने की धमकियाँ दी गई थीं, और इसी का नतीजा यह हमला माना जा रहा है।
कैसे हुआ हमला?
घटना सोमवार की शाम की है। चांदनी चौक, घुड़दौड़ा निवासी भाष्कर बोरा नामक युवक, जो केटरिंग का कारोबार करता है, अपने तीन साथियों के साथ एक आई-20 कार में मुखानी की ओर जा रहा था। जैसे ही कार बिड़ला स्कूल के पास पहुँची, तभी बाइक पर सवार दो युवक अचानक उनके सामने आ गए और कार का रास्ता रोक लिया। चश्मदीदों के अनुसार, बाइक सवारों में से एक युवक का नाम राजा बताया गया है।
राजा ने पहले हवा में एक फायर किया और फिर सीधे भाष्कर को निशाना बनाते हुए दो गोलियां चलाईं। एक गोली उसके पेट में और दूसरी उसके पैर में लगी। गोली लगते ही भाष्कर जमीन पर गिर पड़ा और उसकी हालत गंभीर हो गई।
ईंट-पत्थर से हमला, अन्य युवक भी घायल
हमले की आवाज सुनते ही आसपास के इलाकों से करीब 20-30 युवक मोटरसाइकिलों पर सवार होकर मौके पर आ पहुँचे। इन लोगों ने बिना देर किए कार पर ईंट-पत्थरों से हमला बोल दिया। इस हिंसक हमले में भाष्कर के दो साथी – हरीश और गणेश – भी गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों की मदद से तीनों को तुरंत अस्पताल पहुँचाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने भाष्कर की हालत को नाजुक बताया है।
पुलिस की सक्रियता और जांच
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस तत्काल मौके पर पहुँची और छानबीन शुरू कर दी। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि यह एक सुनियोजित हमला था, जो आपसी गैंगवॉर का हिस्सा हो सकता है। पुलिस ने अब तक आईटीआई गैंग के 12 सदस्यों को हिरासत में लेकर पूछताछ की है, जिससे कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ सामने आई हैं। वहीं मुख्य आरोपी राजा और उसका एक साथी फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस उत्तराखंड के बाहर अन्य राज्यों में भी दबिश दे रही है।
गिरोहों की वर्चस्व की लड़ाई
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, हल्द्वानी के युवाओं में छोटे-छोटे गुट बनाकर वर्चस्व की लड़ाई लड़ने का चलन बढ़ गया है। खासकर आईटीआई और घुड़दौड़ा जैसे इलाकों में गैंग संस्कृति तेजी से पनप रही है। बताया जा रहा है कि इन गिरोहों के बीच हाल ही में बाजार में एक मामूली कहासुनी के बाद तनाव बढ़ गया था, जो अब हिंसक रूप ले चुका है।
आगे की कार्रवाई
कोतवाली प्रभारी राजेश कुमार यादव ने बताया कि इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। इसके अलावा फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कुर्की की कार्रवाई भी की जा सकती है। उन्होंने कहा कि पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रही है और शहर में अमन और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।
शहर में दहशत का माहौल
घटना के बाद से बिड़ला स्कूल के आसपास के इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है। लोग खासकर बच्चों और बुजुर्गों को लेकर चिंतित हैं कि इस तरह दिनदहाड़े गोलियों की आवाजें और खुलेआम पत्थरबाजी ने शहर की शांति को भंग कर दिया है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि गैंग के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा बढ़ाई जाए।
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निष्कर्ष:
यह हमला सिर्फ एक व्यक्ति पर नहीं, बल्कि पूरे समाज की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है। जब तक ऐसे गिरोहों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्यवाही नहीं होती, तब तक शांति और
सुरक्षा सिर्फ एक भ्रम बनकर रह जाएगी।