अस्पताल प्रशासन ने एक नया सर्जरी प्रोटोकॉल लागू करने का निर्णय लिया है, ताकि सभी ऑपरेशन समय पर हों और मरीजों को अनावश्यक इंतजार न करना पड़े। प्राचार्य डॉ. गीता जैन ने मंगलवार को सर्जिकल विभाग के डॉक्टरों के साथ बैठक कर इस प्रोटोकॉल की रूपरेखा तय की।
बैठक में यह भी चर्चा हुई कि अलग-अलग भवन और मंजिलों पर ऑपरेशन कक्ष होने के कारण एनेस्थीसिया विभाग पर दबाव रहता है। एनेस्थेसिस्ट को शल्य चिकित्सा के साथ-साथ शिक्षण और ICU से जुड़े कार्य भी देखने पड़ते हैं। नए प्रोटोकॉल से विभागों में कार्य विभाजन बेहतर होगा और सभी सर्जरी समयबद्ध होंगी। इसका संचालन चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आर.एस. बिष्ट करेंगे।
कैंसर विभाग में विवाद पर चेतावनी:
छुट्टियों को लेकर कैंसर विभाग में विवाद के बाद प्राचार्य ने चिकित्सकों को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अगर भविष्य में ऐसा दोबारा हुआ, तो सीधे शासन से कार्रवाई की सिफारिश की जाएगी। मरीजों के इलाज में किसी भी तरह की बाधा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
हेमेटोलॉजी रिपोर्टिंग सुचारू:
अस्पताल में पहले तकनीकी दिक्कतों की वजह से हेमेटोलॉजी जांच की रिपोर्ट तैयार होने में देर होती थी। नई मशीन और सॉफ्टवेयर सुधार के बाद अब रिपोर्टिंग पूरी तरह सुचारू हो गई है, जिससे मरीजों को रिपोर्ट जल्दी और आसानी से मिल पाएगी।