देहरादून पुलिस ने तेज़ी और संवेदनशीलता दिखाते हुए दो अलग-अलग मामलों को सुलझा लिया। पहले मामले में राजपुर क्षेत्र से लापता हुई नाबालिग किशोरी को पंजाब के आनंदपुर साहिब से सुरक्षित बरामद किया गया, वहीं दूसरे मामले में घर से नाराज़ होकर लापता हुई महिला और उसके तीन साल के बेटे को चंडीगढ़ से ढूंढ निकाला गया।
किशोरी को बहला-फुसलाकर ले गया युवक
राजपुर थाने में 22 जून को एक महिला ने तहरीर दी थी कि उनकी नाबालिग बहन को कोई अज्ञात युवक बहका कर ले गया है। शिकायत मिलते ही पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू की।
थानाध्यक्ष शैंकी कुमार के नेतृत्व में बनी पुलिस टीम ने मोबाइल सर्विलांस और पूछताछ के आधार पर पता लगाया कि किशोरी को सोनू नाम का युवक पंजाब ले गया है। टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आनंदपुर साहिब से सोनू (निवासी केसरपुर, थाना भूता, जिला बरेली) को गिरफ्तार कर लिया और किशोरी को सुरक्षित उसके परिवार को सौंप दिया। आरोपी को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेजा गया।
महिला और बच्चे को चंडीगढ़ से लाया गया
दूसरे मामले में राजपुर निवासी व्यक्ति ने थाने में सूचना दी कि उनकी बहू अपने छोटे बेटे के साथ नाराज़ होकर घर छोड़कर चली गई है। खोजबीन के बावजूद जब उसका कोई पता नहीं चला तो गुमशुदगी दर्ज की गई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने महिला और बच्चे की तलाश शुरू की और उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया व विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुप में साझा की गईं। जांच के दौरान पता चला कि वे चंडीगढ़ में हैं। पुलिस टीम ने तुरंत वहां पहुंचकर दोनों को सकुशल बरामद कर लिया।
पुलिस टीम की सराहना
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि दोनों घटनाओं में पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए गुमशुदा किशोरी और महिला-बच्चे को सुरक्षित उनके परिजनों के हवाले कर दिया। साथ ही उन्होंने इन मामलों में शामिल पुलिस टीमों की कार्यशैली की
प्रशंसा की।

