देहरादून, उत्तराखंड – शनिवार देर शाम से राजधानी देहरादून में शुरू हुई मूसलधार बारिश ने शहर में व्यापक तबाही मचा दी है। तेज बारिश के चलते बिंदाल नदी उफान पर आ गई, जिससे आसपास के इलाकों में भूस्खलन, जलभराव और मकानों को नुकसान जैसी घटनाएं सामने आई हैं। मौसम विभाग ने देहरादून समेत प्रदेश के नौ जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है।
बिंदाल नदी में उफान, दो मकान ढहे
रविवार सुबह लगभग चार बजे कारगी ग्रांट क्षेत्र में बिंदाल नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया। पानी के तेज बहाव में दो मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो गए। गनीमत रही कि समय रहते परिवारों ने घर खाली कर दिया था, जिससे कोई जनहानि नहीं हुई। मकान में रहने वाले शाहिद अंसारी और शहीद इद्रिशी ने बताया कि तेज आवाज सुनकर वे जागे और समय रहते बाहर निकल आए। हालांकि उनका सारा सामान बह गया। पास के अन्य घरों में भी दरारें आ गई हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है।
किरसाली में पुश्ता गिरा, बहुमंजिला इमारत खाली कराई
किरसाली चौक में भारी बारिश के कारण एक पुश्ता ढह गया, जो पास की एक चार मंजिला इमारत से सटा हुआ था। प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इमारत को खाली कराया और पास की एक अन्य इमारत में भी एहतियातन लोगों को हटाया गया। स्थानीय निवासी जीतू ने बताया कि क्षेत्र में उचित ड्रेनेज सिस्टम की कमी इस स्थिति का बड़ा कारण है।
मालसी में सड़क धंसी, दून जू अस्थायी रूप से बंद
मालसी क्षेत्र में स्थित दून चिड़ियाघर के पास की सड़क का हिस्सा बह जाने से पर्यटकों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। सुरक्षा को देखते हुए दून जू को भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। प्रशासन द्वारा वैकल्पिक मार्ग सुझाए गए हैं।
बडोवाला में जलभराव, घरों में घुसा पानी
बडोवाला क्षेत्र में खाली प्लॉटों में जलभराव से वे तालाब बन गए हैं। बरसाती पानी आसपास के घरों में घुस गया, जिससे लोगों को काफी परेशानी हुई। नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची और जलनिकासी का कार्य शुरू किया गया।
कौलागढ़ में बारिश के बीच अवैध खनन
भारी बारिश के बावजूद कौलागढ़ के बाजावाला क्षेत्र में अवैध खनन जारी रहा। ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के जरिए नदी से बजरी निकाली जाती देखी गई। स्थानीय लोगों ने इसका वीडियो बनाकर प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
सड़कों की हालत खराब, फुटपाथ बहा
मसूरी रोड, गांधी रोड, सहस्रधारा रोड और मसूरी बाईपास की सड़कों पर भारी जलभराव, गड्ढे और टूटी सड़कें लोगों की आवाजाही में बाधा बन रही हैं। मसूरी रोड का फुटपाथ भी बह गया है, जिससे पैदल चलने वालों को जोखिम का सामना करना पड़ रहा है। कई जगहों पर बिजली की लाइन बिछाने के बाद खोदी गई सड़कों को भी ठीक नहीं किया गया था, जो अब हादसों को न्योता दे रही हैं।
प्रशासन और पुलिस अलर्ट मोड पर
मौसम विभाग द्वारा जारी रेड अलर्ट के मद्देनज़र जिला प्रशासन और पुलिस पूरी तरह अलर्ट मोड पर हैं। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी की जा रही है और फोर्स को तैनात रखा गया है। स्वयं फील्ड में पहुंचकर उन्होंने राहत-बचाव कार्यों की निगरानी की और अधिकारियों को चौकस रहने के निर्देश दिए हैं।
जनजीवन अस्त-व्यस्त, पर जनहानि नहीं
अब तक किसी तरह की जनहानि की सूचना नहीं है, लेकिन घरों का ढहना, जलभराव, सड़क क्षति और अवैध खनन जैसी घटनाएं प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बनकर सामने आई हैं। आपदा प्रबंधन, नगर निगम और पुलिस टीमें लगातार फील्ड में मौजूद हैं और राहत कार्य जारी है।
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निष्कर्ष:
देहरादून में हुई मूसलधार बारिश ने एक बार फिर शहर की अवसंरचनात्मक कमियों को उजागर कर दिया है। जलनिकासी की बदहाल व्यवस्था, अवैध निर्माण और खनन जैसी समस्याएं तबाही को और बढ़ा देती हैं। हालात गंभीर हैं, लेकिन प्रशासन की सतर्कता और समय पर कार्रवाई से बड़ी जनहानि टली है। आम लोगों से सावधानी बरतने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की गई है।