रुड़की, उत्तराखंड: रुड़की के रसूलपुर फोरलेन क्षेत्र में रविवार को उस समय सनसनी फैल गई जब सड़क किनारे काली पन्नी में लिपटा हुआ एक शव बरामद हुआ। शव की पहचान सुनहरा गांव निवासी मुन्ना के रूप में हुई, जो पेशे से ई-रिक्शा चालक था। इस निर्मम हत्या ने पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है।
शुक्रवार से था लापता
पुलिस के अनुसार, मृतक मुन्ना शुक्रवार दोपहर से ही लापता था। उसके परिवार ने उसकी काफी तलाश की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। शनिवार तक परिजन उसकी खोज में लगे रहे, लेकिन सफलता नहीं मिली। रविवार सुबह किसी स्थानीय व्यक्ति ने रसूलपुर फोरलेन के पास एक संदिग्ध काली पन्नी देखी और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब पन्नी खोली तो अंदर एक युवक का शव पाया गया, जिसकी पहचान बाद में मुन्ना के रूप में की गई।
हत्या की गई बेहद क्रूर तरीके से
पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि मुन्ना की हत्या बेहद क्रूर तरीके से की गई है। उसके सिर को बुरी तरह पत्थर से कुचला गया है और गले में बेल्ट कसी हुई मिली। इसके अलावा, शव पर तेजाब डाले जाने के भी संकेत मिले हैं, जिससे शरीर के कई हिस्से झुलसे हुए हैं। शव की स्थिति देखकर पुलिस ने इसे सुनियोजित हत्या करार दिया है।
परिवार में मातम, ग्रामीणों में आक्रोश
मुन्ना की मौत की खबर मिलते ही उसके घर में कोहराम मच गया। मृतक की मां, पत्नी और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है। मुन्ना अपने परिवार में अकेला कमाने वाला था और ई-रिक्शा चलाकर अपने बच्चों का पेट पालता था। गांव के लोगों में इस घटना को लेकर भारी आक्रोश है। ग्रामीणों ने मांग की है कि अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और उन्हें सख्त सजा दी जाए।
पुलिस जांच में जुटी
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रथम दृष्टया मामला आपसी रंजिश या लूट के प्रयास से जुड़ा हो सकता है। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है और मुन्ना के मोबाइल कॉल रिकॉर्ड्स की भी जांच कर रही है।
गंग नहर कोतवाली प्रभारी ने बताया कि शव जिस हालत में मिला है, वह किसी व्यक्तिगत दुश्मनी की ओर इशारा करता है। उन्होंने यह भी कहा कि जल्दी ही मामले का खुलासा किया जाएगा और दोषियों को कानून के कटघरे में लाया जाएगा।
कानून-व्यवस्था पर उठे सवाल
इस घटना ने एक बार फिर शहर की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। खुलेआम इस तरह किसी व्यक्ति की हत्या कर देना और शव को सड़क किनारे फेंक देना, यह दर्शाता है कि अपराधियों को कानून का कोई डर नहीं रह गया है। स्थानीय लोगों ने पुलिस से गश्त बढ़ाने और अपराध नियंत्रण पर सख्त कदम उठाने की मांग की है।
निष्कर्ष
मुन्ना की हत्या केवल एक व्यक्ति की मौत नहीं, बल्कि समाज के उस तबके पर हमला है जो दिन-रात मेहनत कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता है। एक मेहनतकश ई-रिक्शा चालक की इस बेरहमी से हत्या ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या आम आदमी सुरक्षित है? अब यह जिम्मेदारी पुलिस और प्रशासन की है कि जल्द से जल्द इस घटना का पर्दाफा
श कर मृतक को न्याय दिलाएं।