उत्तराखंड के ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित खतरनाक मोड़ों और गहरी खाइयों के लिए मशहूर तोताघाटी के पास एक बड़ी लापरवाही देखने को मिली। राजस्थान से उत्तराखंड घूमने आए पांच युवकों ने चलती कार में जानलेवा स्टंट कर न केवल अपनी जान जोखिम में डाली, बल्कि सड़क पर चल रहे अन्य यात्रियों के लिए भी खतरा पैदा कर दिया। शुक्रवार देर रात इन युवकों को पुलिस ने रंगे हाथों पकड़कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है।
पुलिस के मुताबिक, यह घटना उस समय सामने आई जब देवप्रयाग थाना क्षेत्र में तैनात पुलिस को एक कार में कुछ युवकों द्वारा स्टंटबाजी की सूचना मिली। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष महिपाल सिंह रावत के नेतृत्व में पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई की और तोताघाटी के पास संदिग्ध वाहन को रोक लिया। जांच करने पर पाया गया कि कार में सवार युवक चलती गाड़ी की खिड़कियों से बाहर निकलकर स्टंट कर रहे थे और इस खतरनाक करतब को मोबाइल से रिकॉर्ड भी कर रहे थे।
पुलिस ने बताया कि इन युवकों की पहचान राजस्थान के रहने वाले नितिन, प्रकाश, हिमांशु, बजरंग और भजनलाल के रूप में हुई है। ये सभी युवक चपता की ओर जा रहे थे और यात्रा के दौरान रोमांच के नाम पर सड़कों को स्टंट शो का मंच बना बैठे थे। पूछताछ में युवकों ने माना कि वे वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड करने की योजना बना रहे थे।
इस तरह की गतिविधियों को देखते हुए देवप्रयाग पुलिस ने युवकों के खिलाफ खतरनाक ड्राइविंग, सार्वजनिक सुरक्षा को खतरे में डालने और मोटर व्हीकल एक्ट की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। साथ ही उनकी गाड़ी को भी जब्त कर लिया गया है।
थानाध्यक्ष महिपाल सिंह रावत ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि, “यह न केवल गैरकानूनी है, बल्कि बेहद खतरनाक भी। ये युवक चलती कार से शरीर बाहर निकाल कर स्टंट कर रहे थे। ऐसे में एक छोटी सी चूक जानलेवा हो सकती थी, न सिर्फ इनके लिए बल्कि अन्य यात्रियों के लिए भी।”
उन्होंने आगे कहा कि पुलिस की टीम लगातार इस तरह की गतिविधियों पर नजर रख रही है। खासकर पर्यटन स्थलों और हाईवे पर पुलिस की गश्त और निगरानी बढ़ा दी गई है ताकि ऐसे मामलों को समय रहते रोका जा सके।
स्थानीय लोगों और यात्रियों ने भी इस कार्रवाई की सराहना की है। उनका कहना है कि ऋषिकेश-बदरीनाथ मार्ग न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि भौगोलिक रूप से भी बेहद संवेदनशील है। यहां लापरवाही किसी बड़ी दुर्घटना को न्योता दे सकती है।
एक स्थानीय टैक्सी चालक ने बताया, “हम रोज इसी सड़क पर सैकड़ों यात्रियों को लेकर जाते हैं। ऐसे स्टंटबाज लोग न केवल खुद का बल्कि हमारे यात्रियों का भी जीवन खतरे में डालते हैं। पुलिस ने सही समय पर कदम उठाकर बड़ी दुर्घटना को टाल दिया।”
राजस्थान से आए इन युवकों की हरकतें ये भी दिखाती हैं कि आजकल युवाओं में सोशल मीडिया पर दिखने की होड़ में किस हद तक जाने की प्रवृत्ति बढ़ रही है। थोड़े से लाइक्स और व्यूज़ के लिए लोग अपनी और दूसरों की जान जोखिम में डाल रहे हैं।
पुलिस ने सभी युवकों को हिरासत में लेकर कड़ी चेतावनी दी है और भविष्य में इस तरह की किसी भी गतिविधि से दूर रहने की हिदायत दी है। साथ ही स्थानीय पुलिस प्रशासन ने यह भी कहा है कि अगर कोई व्यक्ति सड़कों पर इस प्रकार की हरकत करता पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना के माध्यम से पुलिस ने युवाओं को एक स्पष्ट संदेश देने की कोशिश की है—सड़कें स्टंट करने की जगह नहीं हैं। ऐसे करतब फिल्मों या प्रशिक्षित पेशेवरों के लिए होते हैं, आम जनता के लिए नहीं। जान है तो जहान है।
इस कार्रवाई के बाद देवप्रयाग पुलिस की सक्रियता की तारीफ की जा रही है और स्थानीय प्रशासन को उम्मीद है कि इससे बाकी पर्यटक भी सबक लेंगे और कानून व सुरक्षा नियमों का पालन करेंगे।