उत्तराखंड के युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण खबर है, क्योंकि राज्य के पांचवें राजकीय मेडिकल कॉलेज, हरिद्वार मेडिकल कॉलेज, को 100 एमबीबीएस सीटों की मान्यता मिल गई है। इससे एमबीबीएस में दाखिले के इच्छुक छात्रों को और अधिक अवसर मिलेंगे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि इस कॉलेज की स्थापना से राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं और चिकित्सा शिक्षा में एक नया अध्याय जुड़ गया है।
राज्य सरकार द्वारा 2024-2025 शैक्षणिक सत्र के लिए नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) को 100 एमबीबीएस सीटों का प्रस्ताव भेजा गया था। पहले एनएमसी ने फैकल्टी और अन्य खामियों के चलते इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था, लेकिन दूसरी अपील में सुधार के बाद कॉलेज को मंजूरी मिल गई। वर्तमान में कॉलेज में 39 फैकल्टी सदस्य और 26 सीनियर रेजिडेंट्स/ट्यूटर कार्यरत हैं।
राज्य सरकार ने आश्वासन दिया है कि सत्र शुरू होने से पहले आवश्यक फैकल्टी और बुनियादी ढांचे को पूरा कर लिया जाएगा। इसके साथ ही अस्पताल में मौजूदा सेवाओं के साथ-साथ ओपीडी और अन्य चिकित्सा सुविधाओं को भी अपग्रेड किया जाएगा।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा कि हरिद्वार मेडिकल कॉलेज से न केवल मेडिकल शिक्षा में सुधार होगा, बल्कि स्थानीय निवासियों को भी उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी। ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता भी इस पहल से बेहतर हो सकेगी, जिससे राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था में एक सकारात्मक बदलाव आएगा।