हेमकुंड साहिब की राह हुई आसान
देहरादून। सिख श्रद्धालुओं की आस्था के केंद्र श्री हेमकुंड साहिब और हिंदुओं के प्रमुख तीर्थ लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के दर्शन के लिए यात्रा अब पहले से कहीं ज्यादा सहज हो गई है। लंबे इंतजार के बाद मानसून खत्म होते ही शुक्रवार से पवनहंस हेली सेवा को हरी झंडी मिल गई। तीन दिनों तक अनुमति का इंतजार करने के बाद हेलीकॉप्टर ने आखिरकार उड़ान भरनी शुरू कर दी।
गोविंदघाट से घांघरिया तक हवाई सफर
यह सेवा गोविंदघाट से घांघरिया तक लगभग 13 किलोमीटर की दूरी तय करती है। घांघरिया को हेमकुंड साहिब का बेस कैंप माना जाता है, जहां से श्रद्धालुओं को आगे छह किलोमीटर की पैदल चढ़ाई करनी होती है। यह सफर डंडी, कंडी या फिर खच्चरों की मदद से पूरा किया जाता है।
टिकट बुकिंग में बदलाव, यात्रियों को नई सुविधा
इस बार यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बुकिंग सिस्टम में बड़ा बदलाव किया गया है। पहले केवल ऑनलाइन बुकिंग का विकल्प मौजूद था, लेकिन अब पवनहंस ने ऑफलाइन टिकट काउंटर भी शुरू कर दिए हैं। इसके साथ ही यात्रियों को अब केवल वन-वे टिकट (एक तरफ का) लेने का विकल्प भी मिलेगा। पहले राउंड-ट्रिप टिकट लेना ही अनिवार्य था।
हेली टिकट का किराया
एक तरफ का किराया: ₹5276
आने-जाने का किराया: ₹10434
श्रद्धालुओं के लिए राहत की खबर
इस बदलाव से यात्रियों को काफी सुविधा मिलेगी। अब वे अपनी योजना और समय के अनुसार केवल जाने या लौटने का टिकट चुन सकेंगे। यह लचीलापन यात्रियों को यात्रा के दौरान और भी सहूलियत देगा।
ट्रस्ट और कंपनी की प्रतिक्रिया
गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के सीईओ सरदार सेवा सिंह ने बताया कि इस बार यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए पवनहंस कंपनी ने ऑफलाइन बुकिंग और वन-वे टिकट की व्यवस्था लागू की है। उन्होंने कहा कि कंपनी ने इसकी जानकारी ट्रस्ट को लिखित रूप में भी दी है।
आसान हुआ पवित्र धाम का सफर
नई व्यवस्था के बाद श्रद्धालुओं के लिए हेमकुंड साहिब तक की यात्रा पहले से ज्यादा सुगम हो गई है। अब इस पवित्र स्थल तक पहुंचना आसान होगा और यात्रा का अनुभव भी श्रद्धालुओं के लिए सुखद साबित होगा।