देहरादून:उत्तराखंड में बड़े रजिस्ट्री घोटाले के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक व्यापक कार्रवाई करते हुए करोड़ों की संपत्ति, नकदी और आभूषणों को जब्त कर लिया है। इस मामले में, ईडी ने 24.50 लाख रुपये की नकदी सीज की है, जबकि 11.50 लाख रुपये विभिन्न बैंक खातों में फ्रीज कर दिए गए हैं। साथ ही, 58.80 लाख रुपये मूल्य के सोने और चांदी के आभूषण भी जब्त किए गए हैं।
ईडी की इस कार्रवाई में देहरादून, सहारनपुर, बिजनौर, लुधियाना, दिल्ली और असम के बोंगाईगांव सहित 17 स्थानों पर छापेमारी की गई। 30 अगस्त को की गई इस छापेमारी में, ईडी ने करोड़ों रुपये की चल और अचल संपत्तियों के दस्तावेज कब्जे में लिए हैं। इन संपत्तियों को जल्द ही अटैच किए जाने की संभावना है। ईडी ने कार्रवाई के दौरान कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, पेन ड्राइव, मोबाइल और बैंक से संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जब्त किए हैं, जिन्हें मनी लॉन्ड्रिंग से जोड़कर देखा जा रहा है।
यह मामला जुलाई 2023 में उजागर हुआ, जब पता चला कि कुछ अधिवक्ताओं और प्रॉपर्टी डीलरों ने देहरादून के सब रजिस्ट्रार कार्यालय के रिकॉर्ड में बड़े पैमाने पर हेराफेरी की थी। इस घोटाले में, कलेक्ट्रेट के राजस्व अभिलेखागार से भी रिकॉर्ड गायब कर दिए गए थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कड़ा रुख अपनाया और पुलिस व स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन विभाग की दो विशेष जांच टीमों (एसआईटी) का गठन किया गया। अब तक इस घोटाले में 13 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं और 20 आरोपितों को जेल भेजा जा चुका है।
ईडी की 80 अधिकारियों की टीम ने इस मामले की जांच करते हुए करोड़ों रुपये की संपत्ति और दस्तावेजों को अपने कब्जे में लिया है। इस कार्रवाई से घोटाले से जुड़े कई और पहलू उजागर हो सकते हैं, जिससे मामले में शामिल अन्य लोगों की गिरफ्तारी भी हो सकती है।