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हरियाणा के रोहतक में कांग्रेस नेता हिमानी नरवाल की हत्या का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में 36 घंटे के अंदर बहादुरगढ़ के सचिन नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है। सचिन मोबाइल एसेसरीज़ की दुकान चलाता था और हिमानी का परिचित था।

 

कैसे हुई दोस्ती?

 

हिमानी और सचिन की दोस्ती सोशल मीडिया के जरिए हुई थी। धीरे-धीरे दोनों एक-दूसरे के करीब आ गए, और सचिन हिमानी के घर आने-जाने लगा। उनकी दोस्ती इतनी गहरी हो गई कि उनके बीच शारीरिक संबंध भी बन गए।

 

ब्लैकमेलिंग और पैसों की मांग

 

सचिन ने पुलिस को बताया कि हिमानी ने उनके निजी पलों के वीडियो बना लिए थे और उसे ब्लैकमेल कर रही थी। सचिन का दावा है कि उसने हिमानी को पहले ही तीन लाख रुपये दे दिए थे, लेकिन हिमानी और पैसे मांग रही थी।

 

कैसे हुई हत्या?

 

1 मार्च को हिमानी ने सचिन को अपने घर बुलाया। दोनों के बीच पैसों को लेकर बहस शुरू हो गई, जो धीरे-धीरे झगड़े में बदल गई। गुस्से में आकर सचिन ने मोबाइल चार्जर के तार से हिमानी का गला घोंट दिया। इस हमले से हिमानी की मौत हो गई।

 

शव के साथ क्या किया?

 

हत्या के बाद सचिन ने हिमानी के शव को एक सूटकेस में डाला। फिर उसने उसे रिक्शा और बस से सांपला बस स्टैंड तक ले जाकर वहीं छोड़ दिया। 1 मार्च की सुबह राहगीरों को सूटकेस संदिग्ध लगा, तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने जब सूटकेस खोला, तो उसमें हिमानी का शव मिला।

 

पुलिस की कार्रवाई

 

जांच के दौरान पुलिस ने सचिन को दिल्ली से गिरफ्तार किया। पुलिस को सचिन के पास से हिमानी का मोबाइल और जेवरात भी मिले। सचिन शादीशुदा है और उसके दो बच्चे हैं।

 

फिलहाल पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और पता लगा रही है कि इस हत्याकांड में और कोई शामिल था या नहीं।

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