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उत्तराखंड में स्थानों और सड़कों के नाम बदलने की प्रक्रिया एक बार फिर सुर्खियों में है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा हाल ही में प्रदेश के चार जिलों के 15 स्थानों के नाम बदलने की घोषणा के बाद हल्द्वानी की दो प्रमुख सड़कों के नाम आधिकारिक तौर पर बदल दिए गए हैं। वहीं, देहरादून के मियांवाला क्षेत्र का नाम ‘रामजीवाला’ करने के प्रस्ताव पर अब भी अंतिम निर्णय लंबित है, जिसे लेकर विवाद भी गहराता जा रहा है।

हल्द्वानी की सड़कों को मिले नए नाम

शहरी विकास विभाग के अपर सचिव गौरव कुमार द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि हल्द्वानी नगर निगम के मेयर के प्रस्ताव और लोक निर्माण विभाग की अनापत्ति के बाद दो सड़कों के नाम बदले गए हैं। अब हल्द्वानी की **नवाबी रोड को ‘अटल मार्ग’** और **पनचक्की से आईटीआई रोड को ‘गुरु गोलवलकर मार्ग’** नाम दिया गया है। इस बदलाव की सूचना जिलाधिकारी नैनीताल और शहरी विकास निदेशालय को दी गई है, ताकि नए नामों के अनुसार कार्रवाई कर शासन को सूचित किया जा सके।

ऊधमसिंह नगर में भी नाम परिवर्तन की तैयारी

इसके साथ ही ऊधमसिंह नगर जिले की नगर पंचायत सुल्तानपुर पट्टी का नाम बदलकर ‘कौशल्यापुरी’ किए जाने का प्रस्ताव भी अंतिम चरण में है और जल्द ही इस संबंध में भी आदेश जारी हो सकते हैं।

मियांवाला बना राजनीतिक बहस का केंद्र

देहरादून के मियांवाला क्षेत्र का नाम बदलकर **रामजीवाला** किए जाने की घोषणा पर विवाद खड़ा हो गया है। इस मुद्दे को लेकर एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की थी। सीएम ने प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाया कि वह सभी पक्षों की बातों को ध्यान में रखते हुए ही निर्णय लेंगे। वर्तमान में यह मामला सीएम के पास विचाराधीन है और शासन द्वारा इस संबंध में फाइल मुख्यमंत्री कार्यालय को सौंप दी गई है।

जानकारी के अनुसार, नाम परिवर्तन को लेकर प्रदेश में सबसे ज्यादा चर्चा मियांवाला को लेकर ही हो रही है। यह देखना दिलचस्प होगा कि मुख्यमंत्री इस प्रस्ताव पर क्या अंतिम फैसला लेते हैं।

निष्कर्ष:

राज्य सरकार की यह कवायद जहां सांस्कृतिक और वैचारिक पहचान को स्थापित करने की मंशा के साथ की जा रही है, वहीं कुछ क्षेत्रों में यह विवाद का कारण भी बन रही है। आने वाले दिनों में मुख्यमंत्री के निर्णय पर सभी की नजरें टिकी रहेंगी।

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