उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में इन दिनों गर्मी का असर लगातार बढ़ता जा रहा है। मई की शुरुआत में जो हवाएं लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत दे रही थीं, अब वही हवाएं तेज और गर्म हो गई हैं। बीते कुछ दिनों से सूरज की तेज किरणों और बढ़ते तापमान ने लोगों को बेहाल कर दिया है।
राज्य के कई मैदानी इलाकों जैसे देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर और नैनीताल के तराई क्षेत्रों में तापमान में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। खासतौर पर दोपहर के समय तेज धूप और गर्म हवाओं ने लोगों को घरों में कैद रहने पर मजबूर कर दिया है। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश के अधिकतर मैदानी क्षेत्रों में तापमान सामान्य से अधिक रिकॉर्ड किया जा रहा है।
बृहस्पतिवार को देहरादून का अधिकतम तापमान 38.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री ज्यादा है। वहीं रात का न्यूनतम तापमान भी सामान्य से एक डिग्री अधिक 21.5 डिग्री सेल्सियस रहा। यह दर्शाता है कि रातें भी अब गर्म होने लगी हैं और लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिल रही है।
तेज धूप और लगातार बढ़ती गर्मी के कारण लोग सुबह और शाम के समय ही बाहर निकलना पसंद कर रहे हैं। दिन के समय सड़कों पर सन्नाटा देखने को मिल रहा है। खासकर बुजुर्ग, बच्चे और बीमार लोग इस मौसम में ज्यादा परेशान हैं। डॉक्टर भी लोगों को गर्मी से बचने और ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की सलाह दे रहे हैं।
स्कूलों में पढ़ाई का समय भी अब गर्मी के कारण प्रभावित हो रहा है। कई स्कूलों में बच्चों को गर्मी से बचाने के लिए समय में बदलाव किया गया है। वहीं बाजारों में भी दोपहर के समय रौनक कम देखी जा रही है। लोग ज़्यादा समय घरों में रहना ही बेहतर समझ रहे हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में तापमान में और बढ़ोतरी हो सकती है। हवाओं का रुख भी अब बदल गया है, जिससे वातावरण और ज्यादा गर्म हो गया है। पिछले कुछ दिनों में जो ठंडी हवाएं चल रही थीं, वे अब गर्म लू में बदल चुकी हैं। इससे गर्मी और भी ज्यादा असहनीय हो गई है।
गर्मी से राहत पाने के लिए लोग विभिन्न उपाय अपना रहे हैं, जैसे नींबू पानी, आम पना, छाछ और ठंडी चीजों का सेवन। साथ ही छाया वाले स्थानों पर समय बिताने और धूप से बचने की कोशिश कर रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर यही स्थिति रही तो आने वाले दिनों में लू का प्रकोप भी बढ़ सकता है।
सरकार और स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि वे भीषण गर्मी से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करें और आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराएं। पानी की उचित व्यवस्था, सार्वजनिक स्थानों पर छायादार इंतजाम और स्वास्थ्य सेवाएं इस समय अत्यंत जरूरी हैं।
कुल मिलाकर, उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में गर्मी का असर तेज होता जा रहा है। आने वाले दिनों में तापमान और बढ़ सकता है, इसलिए लोगों को सावधानी बरतनी होगी। गर्मी से बचने के लिए सही खानपान, पर्याप्त पानी पीना और धूप से बचना ही सबसे
अच्छा उपाय है।