देहरादून: उत्तराखंड में व्यावसायिक वाहनों के यात्री किराये में प्रस्तावित बढ़ोतरी को एक बार फिर टाल दिया गया है, जिससे यात्रियों को राहत मिली है। इस विषय पर अब आगामी निकाय और पंचायत चुनावों के बाद ही कोई अंतिम निर्णय लिया जाएगा। हाल ही में राज्य परिवहन प्राधिकरण (एसटीए) की बैठक में यह मुद्दा उठाया गया था, लेकिन समिति की रिपोर्ट न मिलने के कारण इसे फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।
राज्य परिवहन प्राधिकरण ने वर्ष 2020 में अपनी बैठक में फैसला लिया था कि हर साल वाहनों का किराया बढ़ाया जाएगा। हालांकि, कोविड-19 महामारी के चलते इस निर्णय को लागू नहीं किया जा सका। वर्ष 2022 में हुई एसटीए की बैठक में व्यावसायिक वाहनों के किराये में 20% तक की बढ़ोतरी की गई थी, जिसका मुख्य कारण पेट्रोल, डीजल और उपकरणों की कीमतों में वृद्धि बताई गई थी।
वर्ष 2023 में, परिवहन निगम ने एसटीए को किराया बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा था, और अन्य व्यावसायिक वाहन कंपनियों ने भी किराया वृद्धि की मांग की थी। इस मांग को ध्यान में रखते हुए परिवहन मुख्यालय ने किराया निर्धारण समिति का गठन किया। इस समिति ने अपनी रिपोर्ट मुख्यालय को सौंप दी थी। हालांकि, एसटीए ने रिपोर्ट में दी गई दरों को अनुचित ठहराते हुए समिति से नए सिरे से किराये का निर्धारण करने का निर्देश दिया था।
अब यह माना जा रहा है कि निकाय और पंचायत चुनावों के बाद ही किराया बढ़ोतरी पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा, जिससे यात्रियों को फिलहाल कुछ और समय तक राहत मिलेगी।