Rishikesh Uttrakhand : उत्तराखंड के ऋषिकेश शहर के गंगानगर क्षेत्र में शुक्रवार तड़के एक बड़ा हादसा हो गया, जब एक वेडिंग पॉइंट में अचानक भीषण आग लग गई। यह घटना सुबह करीब चार बजे के आसपास घटी, जब अधिकांश लोग गहरी नींद में थे। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, आग लगने का मुख्य कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। चंद मिनटों में ही आग ने इतनी भयंकर रूप ले लिया कि पूरा इलाका लपटों की चपेट में आ गया।
आग की शुरुआत और तेजी से फैलाव
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, वेडिंग पॉइंट के अंदर उस समय लगभग छह लोग सो रहे थे, जो शायद किसी शादी या आयोजन के बाद वहीं रुके हुए थे। जैसे ही आग लगी, कुछ ही पलों में वह पूरे वेडिंग हॉल में फैल गई। दरअसल, मौके पर बड़ी मात्रा में कपड़े के टेंट, फोम से बनी कुर्सियाँ और सजावटी सामान मौजूद था, जिसने आग को फैलने में घातक भूमिका निभाई।
मौके पर मौजूद एक चश्मदीद ने बताया, “हमने सबसे पहले तेज़ धुंआ उठता देखा, फिर अचानक लपटें आसमान छूने लगीं। लोगों की चीख-पुकार सुनकर हम सब घरों से बाहर निकल आए।”
वाहनों को भी चपेट में लिया
आग की भयावहता इस हद तक बढ़ गई कि वेडिंग पॉइंट के पास खड़े चार वाहन भी इसकी चपेट में आ गए। सभी गाड़ियां पूरी तरह से जलकर खाक हो गईं। इन वाहनों में दो कारें और दो लोडिंग वाहन शामिल बताए जा रहे हैं। आग की लपटें जब आसपास के रिहायशी इलाकों तक पहुंचीं तो लोगों में घबराहट फैल गई।
स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल
रिहायशी इलाकों तक जब आग पहुंची तो वहां रह रहे लोग डर के मारे अपने-अपने घरों से गैस सिलेंडर और जरूरी सामान लेकर बाहर निकल आए। कुछ लोगों ने बताया कि उन्होंने बच्चों और बुजुर्गों को सुरक्षित स्थानों की ओर पहले भेजा और फिर खुद अपने घरों की खिड़कियों और दरवाजों पर पानी फेंककर आग को रोकने की कोशिश की।
एक स्थानीय निवासी ने कहा, “हम सब बहुत डर गए थे। जैसे ही आग हमारे मकानों के पीछे तक पहुंची, हमने तुरंत घर खाली करना शुरू कर दिया। पहले तो लगा कि कोई शादी में आतिशबाजी हो रही है, लेकिन फिर लपटें देखकर समझ गए कि मामला गंभीर है।”
दमकल विभाग की त्वरित कार्रवाई
आग की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की टीम सक्रिय हो गई। मौके पर आठ दमकल गाड़ियां भेजी गईं, जो तुरंत राहत और बचाव कार्य में जुट गईं। हालांकि आग इतनी तेज थी कि उसे बुझाने में काफी मुश्किलें आ रही थीं। आग पर अब तक पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका है, लेकिन टीम लगातार प्रयास कर रही है।
मेयर ने खुद लिया मौके का जायजा
शुक्रवार सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले ऋषिकेश नगर निगम के मेयर शंभू पासवान ने जब दूर से धुएं और आग की लपटें देखीं, तो वे तुरंत घटनास्थल की ओर रवाना हो गए। उन्होंने वहां पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और दमकल एवं प्रशासनिक अधिकारियों से बात की। मेयर ने कहा कि प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा है और राहत कार्यों में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी।
पुलिस और प्रशासन भी मुस्तैद
दमकल कर्मियों के साथ-साथ पुलिस की टीम भी मौके पर मौजूद रही। उन्होंने इलाके को घेराबंदी कर लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की। पुलिस ने स्थानीय लोगों से अपील की कि वे अफवाहों से बचें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। प्रशासन ने आसपास के लोगों को अस्थाई तौर पर नजदीकी स्कूलों और सामुदायिक भवनों में शिफ्ट किया है।
अफरा-तफरी और हालात पर नजर
वर्तमान में घटनास्थल पर अफरा-तफरी का माहौल है। कई परिवारों ने रात का समय खुले आसमान के नीचे गुजारा। हालांकि किसी के हताहत होने की पुष्टि अब तक नहीं हुई है, लेकिन कुछ लोगों के झुलसने की आशंका जताई जा रही है। उन्हें नजदीकी सरकारी अस्पताल में प्राथमिक उपचार के लिए भेजा गया है।
जांच के आदेश, नुकसान का आकलन जारी
घटना के तुरंत बाद जिला प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं। फायर डिपार्टमेंट की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, आग का संभावित कारण इलेक्ट्रिक शॉर्ट सर्किट हो सकता है, लेकिन पूरी तरह से पुष्टि विस्तृत फॉरेंसिक जांच के बाद ही होगी। नुकसान का आंकलन किया जा रहा है, और प्रारंभिक रूप से लाखों रुपये की संपत्ति के नुकसान का अनुमान है।
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निष्कर्षतः, ऋषिकेश के गंगानगर में हुआ यह अग्निकांड एक गंभीर चेतावनी है कि किसी भी सार्वजनिक स्थल पर आग से सुरक्षा के सभी मानकों का पालन किया जाना अत्यंत आवश्यक है। गनीमत रही कि समय रहते राहत दलों ने मोर्चा संभाल लिया
, अन्यथा यह हादसा और भी बड़ा हो सकता था।