Roorkee Uttarakhand : उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के रुड़की शहर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक पूर्व सैनिक का शव उनके घर के अंदर संदिग्ध परिस्थिति में मिला है। मृतक की पहचान 62 वर्षीय कुलदीप त्यागी के रूप में हुई है, जो भारतीय सेना से सेवानिवृत्त थे। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है।
यह घटना गुरुवार, 3 जुलाई की सुबह उस वक्त सामने आई जब अचानक डिफेंस कॉलोनी स्थित उनके आवास से गोली चलने की आवाज आई। परिवार के लोगों ने जब कमरे का दरवाजा खोला तो कुलदीप त्यागी को खून से लथपथ मृत अवस्था में पाया गया। उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
सूचना पर सिविल लाइन कोतवाली की पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने पूरे कमरे की जांच की और मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। प्रारंभिक जांच में पुलिस को यह मामला आत्महत्या जैसा प्रतीत हो रहा है, लेकिन किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले सभी कोणों से जांच की जा रही है।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मणिभूषण श्रीवास्तव ने बताया कि, “मृतक सेना से रिटायर थे और फिलहाल अपने परिवार के साथ डिफेंस कॉलोनी में रह रहे थे। घर के अंदर से गोली चलने की आवाज आई थी, और मौके पर जो हालात मिले हैं, उससे मामला आत्महत्या का लग रहा है। हालांकि, हम हर पहलू को ध्यान में रखते हुए गहराई से जांच कर रहे हैं।”
स्थानीय लोगों और मृतक के जानने वालों के अनुसार, कुलदीप त्यागी काफी शांत स्वभाव के व्यक्ति थे और समाज में उनकी अच्छी छवि थी। वे कुछ समय से बीमार थे या मानसिक तनाव में थे या नहीं – इसको लेकर पुलिस परिवार से भी पूछताछ कर रही है। घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिससे मामला और रहस्यमय बन गया है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि यह आत्महत्या थी या फिर किसी और कारण से उनकी मौत हुई है। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाल रही है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि घटना के समय कोई संदिग्ध व्यक्ति वहां आया था या नहीं।
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में भय और चिंता का माहौल है। एक ओर जहां समाज के लिए देश सेवा करने वाले पूर्व सैनिक की इस तरह की मौत से लोग स्तब्ध हैं, वहीं दूसरी ओर कई लोग इस घटना को गहराई से जांचने की मांग कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि यदि यह आत्महत्या नहीं है, तो असल कारणों का जल्द से जल्द पता लगाया जाए और दोषियों को सज़ा मिले।
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लालकुआं में सड़क हादसे में युवक की मौत, आवारा पशु बना कारण
नैनीताल (लालकुआं): उत्तराखंड के नैनीताल जिले के लालकुआं क्षेत्र में एक दर्दनाक सड़क हादसे में युवक की मौत हो गई। यह हादसा बुधवार देर रात हुआ, जब स्कूटी सवार युवक की टक्कर एक आवारा पशु से हो गई।
मृतक की पहचान गोविंद सिंह बिष्ट के रूप में हुई है, जो रुद्रपुर में एक निजी कंपनी में कार्यरत थे। वह रोज की तरह ड्यूटी खत्म करने के बाद अपनी स्कूटी से बिंदुखत्ता स्थित अपने घर लौट रहे थे। नेशनल हाईवे पर अचानक एक आवारा पशु सड़क पर आ गया, जिससे टक्कर हो गई और गोविंद सिंह सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए।
हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचे और घायल युवक को इलाज के लिए सुशीला तिवारी अस्पताल पहुंचाया। लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही गोविंद सिंह की मौत हो चुकी थी। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इस हादसे के बाद स्थानीय लोगों में काफी गुस्सा देखा गया। लोगों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि हाईवे और अन्य मुख्य सड़कों पर आवारा पशुओं की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। इससे न केवल ट्रैफिक बाधित होता है, बल्कि जान का खतरा भी बना रहता है।
स्थानीय निवासी सुरेश जोशी ने बताया, “हम लंबे समय से प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं कि आवारा पशुओं को सड़कों से हटाने के लिए कोई ठोस कदम उठाया जाए। लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, और अब इसकी कीमत एक बेकसूर युवक की जान से चुकानी पड़ी है।”
इस घटना के बाद ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि सड़कों पर घूमने वाले पशुओं के लिए अलग शेल्टर बनाए जाएं और उन्हें समय-समय पर हटाया जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को टाला जा सके।
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इन दोनों घटनाओं ने उत्तराखंड के लोगों को झकझोर कर रख दिया है। एक ओर पूर्व सैनिक की रहस्यमयी मौत, तो दूसरी ओर लापरवाही से हुई सड़क दुर्घटना – दोनों ही प्रशासन के लिए चेतावनी हैं कि सुरक्षा और निगरानी व्यवस्था
को और मजबूत करने की ज़रूरत है।