अमेरिकी निजी स्पेस कंपनी SpaceX ने चार अंतरिक्ष यात्रियों को सफलतापूर्वक इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) तक पहुंचाकर एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। यह टीम नासा के फ्लोरिडा स्थित कैनेडी स्पेस सेंटर से रवाना हुई थी और महज 15 घंटे में स्पेस स्टेशन तक पहुंच गई।
इस मिशन में अमेरिका से जेना कार्डमैन और माइक फिन्के, जापान से किमिया युई और रूस से ओलेग प्लाटोनोव शामिल हैं। हालांकि, सबसे तेज़ ISS यात्रा का रिकॉर्ड अभी भी रूस के नाम है, जिसने सिर्फ 3 घंटे में अपने अंतरिक्ष यात्रियों को वहां पहुंचाया था।
फिलहाल स्पेस स्टेशन पर कुल 11 लोग मौजूद हैं, लेकिन जल्द ही चार सदस्य, जो मार्च से ISS पर तैनात थे, धरती पर लौट आएंगे।
मिशन से जुड़ी कुछ खास बातें:
माइक फिन्के और किमिया युई पहले स्टारलाइनर मिशन की तैयारी कर रहे थे, लेकिन तकनीकी परेशानियों (जैसे थ्रस्टर में खराबी) की वजह से उस प्रोजेक्ट को फिलहाल 2026 तक टाल दिया गया है।
जेना कार्डमैन को पहले इस उड़ान से हटा दिया गया था, ताकि नासा के फंसे अंतरिक्ष यात्रियों बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स को जगह दी जा सके।
रूसी यात्री ओलेग प्लाटोनोव पहले सोयुज मिशन का हिस्सा बनने वाले थे, लेकिन एक रहस्यमयी बीमारी के कारण उन्हें हटाया गया था। अब उन्होंने SpaceX के इस मिशन में वापसी की है।
यह चारों अंतरिक्ष यात्री अब आने वाले छह महीनों तक ISS पर वैज्ञानिक प्रयोगों और सिस्टम की देखरेख जैसे कार्यों में जुटे रहेंगे।