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आप सभी ने Taj Mahal तो देखा ही होगा लेकिन क्या आपने हूबहू उसी के जैसे बने हुए Bibi ka maqbara के बारे में सुना है? अगर नहीं तो आज इस अनुच्छेद में हम आपको इसके इतिहास के बारे में बताएंगे।

किसने बनाया बीबी का मक़बरा ( Who built Bibi ka maqbara)

1668 में निर्मित Bibi ka maqbara जिसे Rabia durani के नाम से भी जाना जाता है Aurangzeb के बेटे Azam Shah ने अपनी मां Dilras begam की याद में बनवाया था, जिन्हें उनकी मृत्यु के बाद Rabia durani का नाम दिया गया था। Taj Mahal कि जैसा दिखने के कारण, मकबरे को ढक्कन का ताज (Taj of Deccan) भी कहा जाता है। आपको बता देगी देश के उत्तरी भाग में मुगल द्वारा स्थापित किए गए monuments तो कई सारे हैं लेकिन दक्षिण में Bibi ka maqbara एक अकेली मुगल मॉन्यूमेंट के रूप में खड़ा है। यह मकबरा Aurangzeb के लंबे समय के शासन की वजह से शहर में अस्तित्व में आया और आज यह महाराष्ट्र के सबसे प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्मारकों में से एक है।

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बीबी के मक़बरे की कहानी (story of Bibi ka maqbara)

राजकुमारी दिलरस बानो ( Dilras Bano) ईरान के एक शाही परिवार में जन्मी थी। वह शाहनवाज खान की बेटी थीं, जो गुजरात राज्य के तत्कालीन वायसराय थे। Dilras ने 1637 में Aurangzeb से शादी की और वह उसकी पहली पत्नी बन गई। उन्होंने साथ में 5 बच्चों को जन्म दिया और अपने 5 बच्चों को जन्म देने के बाद ही दिलरास ने दम तोड़ दिया।

Aurangzeb और उनके सबसे बड़े बेटे Azam Shah दोनों ही अपने जीवन की सबसे महत्वपूर्ण महिला की मृत्यु को सहन नहीं कर सके। ऐसा कहा जाता है कि दोनों कई महीनों तक दुखी रहे और उन्हें सदमे की स्थिति से बाहर आने में काफी समय लग गया। 1668 में Azam Shah ने Taj Mahal के जैसा अपनी मां के लिए एक मकबरा बनाने का आदेश दिया, जो Dilras की सास और Aurangzeb की मां Mumtaz Mahal का विश्राम स्थल हुआ करता था। अपने बच्चों को जन्म देते समय उत्पन्न पीड़ा के कारण दोनों महिलाओं की मृत्यु हो गई।

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बीबी के मकबरे के बारे में रोचक तथ्य ( Interensting facts about bibi ka maqbara )

बीबी का मकबरा जितना खूबसूरत दिखता है उतना ही रोचक भी है इसलिए आज हम आपको बीबी के मकबरे ( bibi ka maqbara ) की कुछ रोचक बातें भी बताएंगे।

दूसरा ताज महल : बीबी के मकबरे को दूसरा ताजमहल भी कहा जाता है। इसके साथ ही से पश्चिम का ताजमहल भी कहते हैं। क्योंकि यह देखने में बिल्कुल ताजमहल जैसा है और यह देश के पश्चिमी राज्य महाराष्ट्र में स्थित है।

औरंगजेब के बेटे ने बनाया ये मक़बरा : बीबी के मकबरे बीबी का मकबरा जितना खूबसूरत दिखता है उतना ही रोचक भी है इसलिए आज हम आपको बीबी के मकबरे ( bibi ka maqbara ) की कुछ रोचक बातें भी बताएंगे। को ताजमहल बनाने वाले शाहजहां के पोते और औरंगजेब के बेटे आजम शाह ने अपनी मां की याद में बनाया था।

जयपुर के संगमरमर से बना है मक़बरा : बीबी के मकबरे को बनाने में जिस मार्बल का इस्तेमाल हुआ है, वह मार्बल जयपुर से औरंगाबाद लाया गया था। कहा जाता है की इस मार्बल को औरंगाबाद लाने में डेढ़ सौ से भी ज्यादा वाहन उपयोग में लाने पड़े थे।

ताज महल की तरह कब्र : आपको बता दें कि बीबी के मकबरे बीबी का मकबरा जितना खूबसूरत दिखता है उतना ही रोचक भी है इसलिए आज हम आपको बीबी के मकबरे ( Bibi ka maqbara ) की कुछ रोचक बातें भी बताएंगे। में बनाई गई कब्र हुबहू उस कब्र की तरह ही है जैसी ताजमहल में शाहजहां की पत्नी मुमताज महल की कब्र है।

गरीबों का ताज महल : बीबी के मकबरे को बनाने में उस वक्त 7 लाख रुपये लगाने पड़े थे।हालांकि ये रकम ताज महल के सामने कुछ भी नही है। क्योंकि ताज महल को बनाने में उस वक़्त 3 करोड़ रुपये का खर्च आया था। और यही कारण है कि बीवी के मकबरे को लोग गरीबों का ताजमहल कह कर भी पुकारते हैं।

ताज महल और बीबी के मकबरे में अंतर : भले ही बीबी के मकबरे को ताजमहल की तरह ही बनाने की कोशिश की गई हो लेकिन यह पूरी तरह ताजमहल की तरह नहीं बन पाया क्योंकि ताजमहल को बनाने में जहां पूरी तरीके से संगमरमर का इस्तेमाल किया गया है वही बीबी के मकबरे को बनाने में सिर्फ मुख्य गुम्बद पर ही संगमरमर के इस्तेमाल हुआ है और बाकी हिस्सा प्लास्टर का बना है।

चारो ओर से सजाया गया है मक़बरा : बीबी के मकबरे को चारों ओर से बेहतरीन कारीगरी से सजाया गया है। मकबरे के चारों ओर खूबसूरत बाग, पानी के फव्वारे, तालाब, सीलिंग, मीनार, चारबाग आदि बनाए गए हैं जो इसकी खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं।

ऊंची दीवारें : बीबी के मकबरे के चारों और ऊंची ऊंची दीवारें बनाई गई है और इन दीवारों को बनाने का कारण है ये है कि कोई भी व्यक्ति जो बाहर से मकबरे को देखने की कोशिश करता है वो ना देख पाए।

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ताज महल की तरह दरवाजा

बीबी के मकबरे (bibi ka maqbara) की खासियत उसका दरवाजा भी है। बीबी का मकबरा ताज महल की तरह ही एक ऊंचे चबूतरे पर बना है,और इसे चारों ओर भी मीनार बनी हुई है। यहां आप सीढ़ियों की सहायता से तीन अलग अलग स्थानों से पहुंच सकते है।

मकबरे का दरवाजा भी दिखने में बेहद खूबसूरत है। ये दरवाजा लड़की का बना है लेकिन इसमें पीतल से कारीगरी की गई है। कहा जाता है कि आजम खां इस मकबरे को ताज महल से भी बेहतर बनाना चाहता था, लेकिन औरंगजेब ने जो खर्च दिया था उसमें इससे अधिक काम नही हो सकता था।

ताज महल को बनाने वाला आर्किटेक्ट : दोस्तों बीबी के मकबरे (bibi ka maqbara) को बनाने वाला आर्किटेक्ट अताउल्लाह था। और अताउल्लाह उसी आर्किटेक्ट का पुत्र था जिसे ताज महल बनाने का श्रेय जाता है। कहा ये भी जाता है कि औरंगजेब के समय पर जितनी भी बड़ी इमारतें बनाई गई थी सारी अताउल्लाह की मदद से ही बनवाई गई थी।

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