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चमोली जिले के गौचर में दो युवकों के बीच शुरू हुई मामूली बहस ने बड़े विवाद का रूप ले लिया, जब यह झगड़ा मारपीट तक पहुंच गया। दोनों युवक अलग-अलग समुदायों से ताल्लुक रखते थे, जिससे मामला और गरमा गया। स्थानीय लोगों के बीच विवाद की खबर तेजी से फैल गई, जिसके बाद कई और लोग इसमें शामिल हो गए। स्थिति नियंत्रण से बाहर होती दिखी, तो पुलिस को मौके पर पहुंचकर हालात पर काबू पाना पड़ा।

बाजार में तनाव:
झगड़े की खबर सुनते ही गौचर बाजार में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोग उग्र हो गए और कुछ ने बाजार में तोड़फोड़ भी शुरू कर दी। कई दुकानों को नुकसान पहुंचाया गया और हिंसा फैलने के डर से दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर दीं। प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर धरना देना शुरू कर दिया, जिससे स्थिति और बिगड़ने लगी।

प्रशासन का हस्तक्षेप:
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने गौचर क्षेत्र में धारा 163 लागू कर दी, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति को रोका जा सके। धारा 163, जो कि अब भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के तहत आती है, लागू होते ही भीड़ को तितर-बितर किया गया और बाजार में शांति बहाल करने की कोशिश की गई। प्रशासन ने इलाके में पुलिस बल बढ़ा दिया है, ताकि स्थिति को नियंत्रित किया जा सके और किसी भी प्रकार की अफवाहों को फैलने से रोका जा सके।

मेडिकल जांच:
झगड़े में घायल दोनों युवकों को तुरंत चिकित्सा जांच के लिए स्थानीय अस्पताल भेजा गया, जहां उनका इलाज किया जा रहा है। इस बीच, पुलिस और प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और हिंसा में शामिल लोगों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है।

विवाद का फैलाव:
गौचर में हुआ यह विवाद सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं रहा, बल्कि कर्णप्रयाग और थराली में भी तनावपूर्ण माहौल देखने को मिला। इन जगहों पर भी तनाव बढ़ने की खबरें आ रही हैं, जिसके चलते प्रशासन हरकत में आ गया है।

निष्कर्ष:
स्थानीय प्रशासन स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है और शांति बनाए रखने की अपील की गई है। पुलिस द्वारा किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।

 

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