हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में रेलवे भूमि मामले की सुनवाई से पहले प्रशासन ने सुरक्षा के बेहद कड़े इंतज़ाम किए हैं। बुधवार सुबह से पूरे इलाके में जीरो जोन लागू कर दिया गया है, जिसके बाद दुकानें बंद होने लगीं, स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई और आने-जाने वाले हर व्यक्ति की गहन जांच की जा रही है। माहौल तनावपूर्ण है और लोग कोर्ट के फैसले पर नज़रें टिकाए हुए हैं।
सुबह 8 बजे के बाद से ही क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। पुलिसकर्मी असलहे और लाठियों के साथ सड़कों पर मौजूद हैं और पूरे इलाके में पैदल गश्त बढ़ा दी गई है। जीरो जोन में प्रवेश करने वाले दोपहिया वाहनों की डिग्गी तक की जांच की जा रही है, जबकि पैदल आने वालों से भी आधार कार्ड दिखाने को कहा जा रहा है। पुलिस किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि को रोकने के लिए पूरी सख्ती बरत रही है।
रेलवे बाजार में पूरी तरह सन्नाटा पसरा है। इलेक्ट्रॉनिक और अन्य दुकानों के शटर बंद हैं, जबकि कुछ दुकानें आधी खुली स्थितियों में भी एहतियातन खाली पड़ी हैं। प्रशासन ने गौला पुल से बनभूलपुरा की ओर आने जाने पर रोक लगाई है। हल्द्वानी रेलवे स्टेशन से भी इस दिशा में आवाजाही पर पाबंदी है। लोग मजबूरन बस स्टेशन की ओर से घूमकर शहर के अंदर आ-जा रहे हैं।
ताज चौराहा, जो कि बनभूलपुरा का मुख्य प्रवेश बिंदु है, वहां पुलिस की विशेष तैनाती की गई है। यहां प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति की तीन से चार पुलिसकर्मियों की टीम द्वारा जांच की जा रही है। स्कूल छुट्टी के बाद लौट रहे छात्रों से तक आधार कार्ड मांगकर उनकी पहचान सत्यापित की जा रही है।
क्षेत्रभर में जगह-जगह पुलिसकर्मी तैनात हैं, जिससे स्थानीय लोगों में अनिश्चितता और चिंता का माहौल बन गया है। लोग समूहों में बैठकर रेलवे भूमि प्रकरण की सुनवाई को लेकर चर्चा कर रहे हैं और कोर्ट के निर्णय को लेकर उत्सुकता के साथ इंतजार कर रहे हैं।
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को लेकर बढ़ी सतर्कता के बीच पूरे नैनीताल जिले में सुरक्षा एजेंसियां चौकन्नी हैं और हालात पर लगातार नज़र बनाए हुए हैं।

