जंगलचट्टी के पास सड़क के क्षतिग्रस्त होने और लगातार भूस्खलन से यमुनोत्री हाईवे पिछले छह दिन से बंद पड़ा है। इससे गीठ पट्टी के चार गांवों—बनास, जानकीचट्टी, नारायणपुरी, खरसाली—के साथ ही यमुनोत्री धाम का तहसील और जिला मुख्यालय से संपर्क पूरी तरह कट गया है।
सड़क बंद होने से ग्रामीणों और धाम में मौजूद तीर्थपुरोहितों, सुरक्षाकर्मियों व नेपाली मजदूरों के सामने जरूरी सामान और रसोई गैस की भारी किल्लत हो गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार शासन-प्रशासन से गुहार लगाने के बावजूद अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
यमुनोत्री धाम के तीर्थपुरोहित प्रदीप उनियाल ने बताया कि बीते छह दिनों से क्षेत्र में रसद नहीं पहुंच पाई है, जिससे लोगों का जीवन कठिन होता जा रहा है। वहीं गंगोत्री और हर्षिल क्षेत्र के गांवों में भी रसोई गैस की समस्या गहराती जा रही है।