उत्तराखंड की जनता के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के स्पष्ट निर्देशों के अनुसार, देहरादून के तीन प्रमुख निजी अस्पतालों—जॉली ग्रांट हॉस्पिटल, श्री महंत इन्द्रेश हॉस्पिटल और ग्राफिक एरा हॉस्पिटल—में गोल्डन कार्ड धारकों के लिए इलाज की सुविधा पूर्ववत रूप से जारी रहेगी।
मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुपालन में राज्य के स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने जानकारी दी कि इन अस्पतालों में आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज की प्रक्रिया पहले की तरह ही नियमित रूप से चल रही है। राज्य सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि योजना के अंतर्गत आने वाले हर पात्र नागरिक को आवश्यक चिकित्सीय सेवाएं बिना किसी रुकावट के मिलती रहें।
हर पात्र नागरिक को समय पर इलाज का भरोसा
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता है कि सभी नागरिकों को समय पर, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त हों। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी सक्रियता से कार्य कर रहा है। उन्होंने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत गोल्डन कार्ड धारकों को न केवल मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है, बल्कि गंभीर बीमारियों के इलाज का खर्च भी सरकार वहन करती है।
गरीब और जरूरतमंदों के लिए बड़ी राहत
आयुष्मान भारत योजना का लाभ राज्य के लाखों गरीब और जरूरतमंद परिवारों को मिल रहा है। यह योजना केंद्र सरकार की पहल पर शुरू की गई थी, जिसे उत्तराखंड सरकार ने प्रभावी रूप से लागू किया है। गोल्डन कार्ड धारकों को 5 लाख रुपये तक का कैशलेस इलाज विभिन्न सरकारी और निजी अस्पतालों में उपलब्ध कराया जाता है।
स्वास्थ्य सचिव ने यह भी कहा कि भविष्य में इस योजना को और अधिक सशक्त बनाया जाएगा ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसका लाभ मिल सके। तकनीकी अपग्रेडेशन और अस्पतालों से समन्वय बढ़ाकर सेवाओं को सरल, सुलभ और अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
अस्पतालों में सुचारु रूप से सेवाएं जारी
देहरादून के तीनों प्रमुख निजी अस्पताल—जॉली ग्रांट, महंत इन्द्रेश और ग्राफिक एरा—राज्य के बड़े चिकित्सा केंद्रों में से हैं, जहां प्रतिदिन सैकड़ों मरीज इलाज के लिए आते हैं। इन अस्पतालों में गोल्डन कार्ड धारकों के लिए खास व्यवस्थाएं की गई हैं ताकि उन्हें सभी आवश्यक सेवाएं समय पर मिल सकें।
राज्य सरकार द्वारा इन अस्पतालों को समय-समय पर निर्देश भी दिए जा रहे हैं कि किसी भी गोल्डन कार्ड धारक को इलाज से वंचित न किया जाए। साथ ही, योजना के तहत धनराशि के भुगतान में भी पारदर्शिता और तेजी लाने पर ज़ोर दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री का संकल्प
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा,
“राज्य के हर नागरिक को समय पर और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना हमारी सरकार का लक्ष्य और सर्वोच्च दायित्व है। हम निर्धन और जरूरतमंदों को आयुष्मान भारत योजना के माध्यम से निशुल्क उपचार की सुविधा आसानी से पहुंचाने के लिए संकल्पबद्ध हैं।”
उन्होंने यह भी दोहराया कि राज्य सरकार किसी भी सूरत में जनहित में चलाई जा रही योजनाओं को बाधित नहीं होने देगी। खासकर स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण विषय में जनता को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए विभागों को सतर्क किया गया है।
आगे क्या?
राज्य सरकार अब योजना की पहुंच को और विस्तृत करने की दिशा में काम कर रही है। विशेषकर दूरस्थ क्षेत्रों के लोगों को भी उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवा मिले, इसके लिए मोबाइल मेडिकल यूनिट्स, टेलीमेडिसिन और जिला स्तर पर हेल्थ कैंप्स की संख्या बढ़ाई जा रही है।
साथ ही, जनजागरूकता अभियानों के माध्यम से भी यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि अधिक से अधिक लोग गोल्डन कार्ड बनवाएं और उसका लाभ उठाएं। इसके लिए CSC केंद्रों, स्वास्थ्य उपकेंद्रों और अस्पतालों में विशेष सहायता डेस्क भी बनाए गए हैं।
निष्कर्ष:
उत्तराखंड सरकार का यह निर्णय लाखों गरीब और जरूरतमंद नागरिकों के लिए राहत की खबर है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में लगातार प्रयास जारी हैं। गोल्डन कार्ड के माध्यम से इलाज की सुविधा को बनाए रखना, सरकार की संवेदनशीलता और
जनकल्याण की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।