उत्तराखंड के हल्द्वानी के पास स्थित दानीजाला गांव के लोगों के लिए गौला नदी पार करना बेहद खतरनाक हो चुका है। गांव के निवासी, जिनकी संख्या लगभग 125 है, हर दिन एक जर्जर ट्रॉली के सहारे नदी को पार करने के लिए मजबूर हैं। यह ट्रॉली दो पेड़ों पर बंधे लोहे के तार से चलती है। चिंताजनक बात यह है कि जिन दो पेड़ों पर यह तार बंधा है, उनमें से एक पूरी तरह से सूख चुका है और दूसरा भी धीरे-धीरे सड़ने लगा है।
इस खतरनाक परिस्थिति के बावजूद गांव के लोग प्रतिदिन अपनी जान जोखिम में डालकर नदी पार कर रहे हैं। स्थानीय निवासी वर्षों से सरकार और प्रशासन से एक पुल की मांग कर रहे हैं, ताकि उन्हें इस जोखिम से छुटकारा मिल सके। सैन्य बहुल इस गांव के निवासियों के सामने हर दिन नई चुनौतियां खड़ी होती हैं, लेकिन अब तक उनकी समस्याओं का कोई स्थायी समाधान नहीं हो पाया है।