Uttrakhand :उत्तराखंड में एक बार फिर कोरोना संक्रमण ने दस्तक दे दी है। राज्य में कोविड-19 के नए मामलों में अचानक बढ़ोतरी देखी गई है, जिससे स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। ताजा जानकारी के अनुसार, प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर अब 30 हो गई है, जिनमें 7 मरीज वर्तमान में सक्रिय हैं और घर पर ही आइसोलेट किए गए हैं। राहत की बात यह है कि अभी तक किसी भी मरीज में गंभीर लक्षण सामने नहीं आए हैं, लेकिन प्रशासन ने लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है।
यात्रा से लौटे श्रद्धालु निकले संक्रमित
शुक्रवार को प्रदेश में इस सीजन के सर्वाधिक सात नए मामले सामने आए। विशेष रूप से चिंता का विषय यह है कि इनमें से तीन मरीज हाल ही में धार्मिक यात्राओं से लौटे श्रद्धालु हैं। ये श्रद्धालु बदरीनाथ, केदारनाथ और वैष्णो देवी की यात्रा करके लौटे थे। यात्राओं के दौरान भीड़भाड़, मौसम में बदलाव और सतर्कता की कमी की वजह से संक्रमण फैलने की आशंका जताई जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, देहरादून के रायपुर क्षेत्र में रहने वाला एक व्यक्ति बदरीनाथ धाम की यात्रा से वापस आया था। उसके बाद उसमें कोरोना के लक्षण दिखे और आरटी-पीसीआर जांच में संक्रमण की पुष्टि हुई। इसी तरह सहसपुर का निवासी एक व्यक्ति केदारनाथ यात्रा से लौटने के बाद संक्रमित पाया गया। वहीं, चकराता रोड क्षेत्र का एक और मरीज 25 मई को वैष्णो देवी की यात्रा से लौटकर बीमार हो गया और उसमें भी संक्रमण की पुष्टि हुई।
चार अन्य मामलों में स्रोत स्पष्ट नहीं
इन तीन मामलों के अलावा चार अन्य मरीजों में भी कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। हालांकि इन मामलों में अभी संक्रमण का स्रोत स्पष्ट नहीं हो पाया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इनसे संबंधित संपर्कों का पता लगाया जा रहा है और संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने की दिशा में प्रयास जारी हैं।
स्वास्थ्य विभाग की सतर्कता
एक ही दिन में सात मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। विभाग द्वारा संभावित हॉटस्पॉट क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी गई है और जरूरत पड़ने पर टेस्टिंग की संख्या भी बढ़ाई जा सकती है। अधिकारियों के अनुसार, अभी तक सामने आए मरीजों में से अधिकांश पहले ही स्वस्थ हो चुके हैं और वर्तमान में सक्रिय मामलों की संख्या सिर्फ सात है।
वायरस के लक्षण और जांच
स्वास्थ्य विभाग की ओर से बताया गया कि सभी नए मरीजों में कोरोना के सामान्य लक्षण जैसे बुखार, खांसी, गले में खराश और थकावट देखे गए। किसी भी मरीज में अस्पताल में भर्ती करवाने जैसी गंभीर स्थिति नहीं बनी है। फिर भी एहतियातन, सभी को घर पर ही आइसोलेशन में रखा गया है और उनके संपर्क में आए लोगों की ट्रैकिंग की जा रही है।
यात्रियों के लिए नई गाइडलाइन संभव
धार्मिक स्थलों की यात्रा से लौटे लोगों के संक्रमित पाए जाने के बाद अब सरकार और स्वास्थ्य विभाग इन यात्राओं के लिए विशेष गाइडलाइन जारी करने पर विचार कर रहे हैं। माना जा रहा है कि आगामी दिनों में चारधाम यात्रा और अन्य तीर्थ यात्राओं के लिए कोरोना टेस्ट की अनिवार्यता या फिर मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों को फिर से लागू किया जा सकता है।
लोगों से सावधानी बरतने की अपील
हालांकि वर्तमान स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि कोरोना की लहर दोबारा सिर उठा सकती है अगर लोगों ने लापरवाही बरती। विशेषज्ञों का मानना है कि यात्रा, विवाह समारोह और अन्य सामूहिक आयोजनों में सतर्कता जरूरी है। खासकर बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
स्वास्थ्य विभाग ने आमजन से अपील की है कि अगर किसी को बुखार, खांसी या गले में खराश जैसे लक्षण दिखाई दें, तो वे तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर जांच कराएं और स्वयं को दूसरों से अलग रखें।
निष्कर्ष
उत्तराखंड में कोरोना के मामले भले ही कम हों, लेकिन हाल ही में आए मामलों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वायरस पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है। धार्मिक यात्राओं के दौरान भी सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। सरकार, स्वास्थ्य विभाग और नागरिकों को मिलकर ही इस संक्र
मण पर नियंत्रण बनाए रखना होगा।