Bhauwala dehradun:देहरादून के भाऊवाला क्षेत्र में मंगलवार को एक चौंकाने वाली वारदात सामने आई, जहाँ देर रात एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह घटना आपसी रंजिश का परिणाम है, जिसकी वजह एक युवती को बताया जा रहा है। मृतक युवक की पहचान रोहित नेगी के रूप में हुई है, जो क्षेत्र में प्रॉपर्टी डीलिंग का कार्य करता था।
घटना सोमवार देर रात लगभग ढाई बजे की है, जब रोहित नेगी को डीबीआईटी चौक पर बुलाया गया। बताया जा रहा है कि रोहित को अजहर मलिक नामक युवक ने किसी बहाने से वहां बुलाया था। रोहित अपनी कार से निर्धारित स्थान पर पहुंचा, जहाँ अजहर पहले से मोटरसाइकिल पर मौजूद था। जैसे ही रोहित अपनी गाड़ी में पहुंचा और चालक सीट पर बैठा, अजहर ने उसकी गर्दन पर पिस्तौल तान दी और गोली चला दी। गोली लगते ही रोहित की मौके पर ही मौत हो गई।
घटना के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। आसपास के लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। साथ ही, आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है ताकि हत्यारे की सही पहचान और वारदात की पूरी कड़ी को समझा जा सके।
एसपी सिटी प्रमोद शाह के अनुसार, इस सनसनीखेज हत्या की जांच के लिए चार विशेष टीमें बनाई गई हैं। पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि यह हत्या निजी रंजिश के चलते की गई। जानकारी के अनुसार, मुस्लिम समुदाय की एक युवती रोहित के एक दोस्त के साथ रह रही थी, जिसे अजहर पसंद नहीं करता था। इसी बात को लेकर दोनों के बीच तनाव उत्पन्न हो गया था, जो आगे जाकर इस दुखद घटना में बदल गया।
अजहर मलिक की पहचान मुजफ्फरनगर निवासी के रूप में की गई है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के प्रयास में लगातार छापेमारी कर रही है। शहर और आसपास के क्षेत्रों में तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है। पुलिस का मानना है कि अजहर के अन्य साथियों की भी इस घटना में भूमिका हो सकती है, जिसे लेकर गहन जांच की जा रही है।
इस घटना से क्षेत्र के लोगों में भय और आक्रोश का माहौल है। लोगों का कहना है कि ऐसी घटनाएं शांति भंग करती हैं और प्रशासन को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए ताकि दोबारा इस तरह की वारदात न हो। कई स्थानीय नागरिकों ने पुलिस से इलाके में गश्त बढ़ाने की मांग की है।
पुलिस के लिए यह मामला एक बड़ी चुनौती बन चुका है क्योंकि हत्या को बहुत ही सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया। यह स्पष्ट है कि आरोपी ने पहले से ही वारदात की योजना बना रखी थी और पीड़ित को एक सोची-समझी साजिश के तहत बुलाया गया था। रोहित की हत्या केवल एक पर्सनल दुश्मनी का परिणाम नहीं, बल्कि एक सामाजिक मुद्दे की भी तस्वीर पेश करती है जहाँ व्यक्तिगत विचारों के टकराव हिंसा में बदल जाते हैं।
जैसे-जैसे मामले की जांच आगे बढ़ रही है, पुलिस को कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं जिनके आधार पर आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां संभव हैं। साथ ही, पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कहीं इस घटना का कोई बड़ा गैंग या अपराधिक समूह से संबंध तो नहीं है।
पुलिस का कहना है कि आरोपी जल्द ही कानून की गिरफ्त में होगा और उसे कड़ी सजा दिलाई जाएगी। मृतक के परिवार वालों की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन वे बेहद सदमे में हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं।
इस मामले ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि समाज में असहिष्णुता और जाति-धर्म से जुड़े मसलों पर कितनी तेजी से लोग हिंसा की तरफ मुड़ जाते हैं। व्यक्तिगत पसंद-नापसंद, आपसी रिश्तों और सामाजिक धारणा के नाम पर जान लेना एक खतरनाक चलन बनता जा रहा है, जिसे रोकने के लिए सख्त कानूनी और सामाजिक पहल की ज़रूरत है।
पुलिस प्रशासन लगातार कोशिश कर रहा है कि जल्द से जल्द इस मामले को सुलझाया जाए और पीड़ित परिवार को न्याय मिले। आने वाले समय में यह देखने वाली बात होगी कि क्या पुलिस हत्यारे को पकड़ने में सफल होती है और क्या इस घटना से प्रशासन कोई सबक लेकर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करता है।