उत्तर प्रदेश के लखनऊ से हरिद्वार पहुंचे एक श्रद्धालु परिवार के साथ गंगा स्नान के दौरान बड़ी चोरी की वारदात हो गई। घटना हरकी पैड़ी क्षेत्र स्थित आनंद निवास धर्मशाला की है, जहां चोरों ने दिनदहाड़े चार कमरों के ताले तोड़कर लाखों रुपये की संपत्ति पर हाथ साफ कर दिया।
जानकारी के अनुसार, लखनऊ के एलडीए कॉलोनी सेक्टर C-1 निवासी विशाल कुमार सिंह अपने परिवार के साथ धार्मिक यात्रा पर हरिद्वार आए थे। वे मोती बाजार स्थित आनंद निवास धर्मशाला में चार कमरों में ठहरे हुए थे। मंगलवार दोपहर को वे सभी लोग धर्मशाला के कमरों में ताला लगाकर गंगा स्नान के लिए हरकी पैड़ी घाट पर गए थे। लेकिन जब वे स्नान करके लौटे, तो देखा कि उनके कमरों के ताले टूटे हुए हैं और अंदर रखा सारा सामान बिखरा पड़ा है।
विशाल कुमार सिंह ने बताया कि चोरी की इस घटना में उनके परिवार के कुल नौ मोबाइल फोन, एक कीमती घड़ी और 61,000 रुपये नकद चोर ले गए हैं। उनके अनुसार, उनके अपने पर्स से 17,000 रुपये और पांच मोबाइल फोन, जबकि उनकी पत्नी के पर्स से 44,000 रुपये, एक घड़ी और चार मोबाइल फोन चोरी हुए हैं।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और धर्मशाला परिसर का मुआयना किया। हरिद्वार शहर कोतवाल रितेश शाह ने बताया कि विशाल सिंह की शिकायत पर अज्ञात चोरों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। साथ ही, धर्मशाला के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला जा रहा है, ताकि आरोपियों की पहचान की जा सके।
पुलिस ने यह भी बताया कि जिस वक्त यह चोरी हुई, उस समय धर्मशाला में कोई सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं था और न ही वहां आने-जाने वालों की कोई उचित निगरानी व्यवस्था थी। यही वजह है कि चोरों ने दिन के उजाले में इस वारदात को आसानी से अंजाम दे दिया।
इस घटना के बाद श्रद्धालु परिवार बेहद परेशान और आक्रोशित नजर आया। उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों पर इस तरह की घटनाएं बेहद शर्मनाक हैं और इससे श्रद्धालुओं की आस्था पर भी असर पड़ता है। धर्मशाला प्रबंधन की लापरवाही और सुरक्षा के अभाव को भी इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
स्थानीय लोगों और व्यापारियों ने भी इस वारदात पर चिंता जाहिर की है। उनका कहना है कि हरिद्वार जैसे धार्मिक पर्यटन स्थल पर आए दिन इस तरह की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, जिससे शहर की छवि को नुकसान पहुंच रहा है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने आस-पास के सभी संभावित एंगल्स से जांच शुरू कर दी है। सीसीटीवी फुटेज के जरिए चोरों के मूवमेंट और उनकी पहचान की कोशिश की जा रही है। जल्द ही इस मामले में अहम सुराग मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
विशेष बात यह रही कि यह पूरी वारदात उस समय हुई जब धर्मशाला के सभी कमरे बंद थे और परिवार के सभी सदस्य एकसाथ बाहर गए हुए थे। इससे स्पष्ट है कि चोरों को इस बात की पूरी जानकारी थी कि कब कमरों में कोई नहीं रहेगा, जो इस बात की ओर इशारा करता है कि चोरी की योजना पहले से बनाई गई थी या किसी ने भीतर की जानकारी दी हो सकती है।
हरिद्वार पुलिस ने धर्मशाला प्रबंधकों से भी पूछताछ की है और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जवाब मांगा गया है। साथ ही, अन्य श्रद्धालुओं को भी सतर्क रहने की सलाह दी गई है और यह भी कहा गया है कि किसी भी स्थान पर अपना कीमती सामान छोड़ने से पहले सुरक्षा को लेकर पूरा ध्यान दें।
फिलहाल पुलिस जांच में जुटी हुई है और दावा किया जा रहा है कि जल्द ही अपराधियों
को पकड़ लिया जाएगा।