चमोली में एक दर्दनाक हादसा हुआ है, जिसमें स्कूली बच्चों से भरी एक बोलेरो गाड़ी अनियंत्रित होकर पलट गई। इस घटना में कुल 17 बच्चे सवार थे, जिनमें से छह बच्चों को गंभीर चोटें आई हैं। घायलों को तत्काल उपजिला चिकित्सालय कर्णप्रयाग में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
घटना की पृष्ठभूमि
राजकीय इंटर कॉलेज सिलपाटा के छात्र एक भ्रमण कार्यक्रम के तहत तुलसी महादेव की ओर जा रहे थे। यह दुर्घटना बड़ी-छिमटा मोटर मार्ग पर कोली गदेरे के पास हुई। अचानक वाहन अनियंत्रित हो गया और सड़क पर पलट गया, जिससे बच्चों में चीख-पुकार मच गई। मौके पर पहुंचने वाले स्थानीय लोगों ने घायल बच्चों की सहायता की और उन्हें अस्पताल पहुंचाया।
अधिकारी और स्थानीय लोग सक्रियता से पहुंचे
हादसे की सूचना मिलने पर स्थानीय प्रशासन ने तत्परता दिखाई। उपजिला चिकित्सालय कर्णप्रयाग में उपचार के लिए पहुंचने वाले बच्चों की देखभाल की जा रही है। चिकित्सकों ने बताया कि घायलों की स्थिति स्थिर है, और उनकी चिकित्सा प्रक्रिया जारी है।
दूसरा हादसा: कैंपर वाहन खाई में गिरा
उधर, गोपेश्वर में एक और हादसा सामने आया है, जहां एक कैंपर वाहन अनियंत्रित होकर खाई में गिर गया। इस दुर्घटना में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। जानकारी के अनुसार, जोशीमठ नीती मलारी हाइवे पर सुराईथोटा भापकुंड के समीप यह घटना हुई।
घटना स्थल पर पुलिस और एसडीआरएफ की टीम पहुंची
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस और एसडीआरएफ की टीम तत्काल घटनास्थल पर पहुंची। मृतकों की पहचान मानिक सिंह रनयाल और कर्नल सिंह के रूप में हुई है। दोनों जम्मू-कश्मीर के निवासी थे। घायल व्यक्ति का नाम राजवीर सिंह चिब है, जिसे प्राथमिक उपचार के बाद जिला चिकित्सालय गोपेश्वर रेफर किया गया है।
अवकाश के दौरान किया गया था यात्रा
बताया गया है कि ये सभी लोग सीपीपीएल कंपनी के कार्य के लिए कर्मचारियों और मशीनों की देखरेख हेतु वाहन से जा रहे थे। इस दौरान वाहन अनियंत्रित होकर 40 मीटर नीचे खाई में गिर गया। स्थानीय नागरिकों द्वारा हादसे की जानकारी मिलने पर सभी ने मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
निष्कर्ष
ये दोनों घटनाएं उत्तराखंड में सड़क सुरक्षा के प्रति एक बार फिर गंभीरता को दर्शाती हैं। प्रशासन को चाहिए कि इस दिशा में ठोस कदम उठाए, ताकि भविष्य में ऐसे दर्दनाक हादसों से बचा जा सके। घायल बच्चों और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए सभी की सुरक्षा को सुनिश्चित करने की आवश्यकता है।