उत्तराखंड में श्रद्धालुओं की आस्था और उत्साह के प्रतीक चारधाम यात्रा के लिए तैयारियां अंतिम चरण में हैं। इस वर्ष यात्रा को सुरक्षित, सुव्यवस्थित और पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से ग्रीन कार्ड बनाने की प्रक्रिया आज यानी शुक्रवार से औपचारिक रूप से आरंभ हो गई है। एआरटीओ कार्यालय में विशेष पूजा-अर्चना के बाद वाहनों को यात्रा के लिए अनुमति देने हेतु ग्रीन कार्ड जारी किए जा रहे हैं।

परिवहन विभाग की व्यापक तैयारी, दो काउंटर किए गए स्थापित

चारधाम यात्रा के लिए जिन वाहनों को अधिकृत किया जाना है, उनके लिए ग्रीन कार्ड अनिवार्य होता है। इसी को ध्यान में रखते हुए परिवहन विभाग ने समुचित व्यवस्था की है। एआरटीओ प्रशासन रावत सिंह कटारिया ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्रीन कार्ड बनाने के लिए दो काउंटर विशेष रूप से तैयार किए गए हैं, जहां सुबह 11 बजे से कार्य शुरू कर दिया गया है। विभाग ने कर्मचारियों की ड्यूटी भी सुनिश्चित कर दी है ताकि कोई भी श्रद्धालु या वाहन स्वामी असुविधा का सामना न करे।

पूजा-अर्चना के साथ हुई शुरुआत, धार्मिक वातावरण में हुआ शुभारंभ

ग्रीन कार्ड प्रक्रिया की शुरुआत धार्मिक विधि-विधान से हुई। एआरटीओ कार्यालय परिसर में पंडितों द्वारा पूजा-अर्चना कराई गई, जिसके पश्चात पहले ग्रीन कार्ड जारी किए गए। इस शुभ अवसर पर परिवहन विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों के साथ-साथ वाहन मालिकों ने भी भाग लिया।

यात्रा की अनुमति के लिए अनिवार्य है ग्रीन कार्ड

चारधाम यात्रा पर जाने वाले टैक्सी, मैक्सी, बस और निजी वाहन यदि व्यवसायिक उपयोग में हैं, तो उनके लिए ग्रीन कार्ड बनवाना अनिवार्य है। यह ग्रीन कार्ड वाहन की फिटनेस, प्रदूषण, बीमा और चालक की वैधता की जांच के बाद ही जारी किया जाता है। यह प्रक्रिया यात्रियों की **सुरक्षा और सुविधाजनक यात्रा** को ध्यान में रखते हुए की जाती है।

श्रद्धालुओं में उत्साह, शुरू हुई यात्रा की तैयारियां

ग्रीन कार्ड की प्रक्रिया शुरू होते ही श्रद्धालुओं और वाहन चालकों में उत्साह देखा जा रहा है। लोग कार्यालय पहुंचकर दस्तावेजों के साथ लाइन में लग रहे हैं ताकि समय रहते उन्हें चारधाम यात्रा की अनुमति मिल सके। विभाग द्वारा भीड़ को नियंत्रित करने और व्यवस्था बनाए रखने के लिए समुचित प्रबंध किए गए हैं।

जल्द बनेगा ऑनलाइन पोर्टल भी

सूत्रों के अनुसार, विभाग जल्द ही ग्रीन कार्ड बनाने के लिए ऑनलाइन आवेदन पोर्टल भी शुरू करने की योजना बना रहा है ताकि वाहन स्वामी घर बैठे आवेदन कर सकें और कार्यालय में भीड़ कम हो सके। इससे प्रक्रिया और अधिक सुगम और पारदर्शी बन जाएगी।

चारधाम यात्रा 2025 को लेकर हर विभाग अपने स्तर पर जुटा है, और ग्रीन कार्ड बनने की शुरुआत इसके प्रशासनिक और व्यवस्थात्मक पक्ष को मजबूती प्रदान कर रही है। यदि आप भी इस पावन यात्रा पर जाने की तैयारी कर रहे हैं, तो समय रहते ग्रीन कार्ड की प्रक्रिया पूरी कर लें।

Share.
Leave A Reply

Exit mobile version