Death of journalist : उत्तराखंड के पत्रकारिता जगत को एक गहरा आघात उस समय लगा जब दैनिक जागरण उत्तराखंड के राज्य ब्यूरो प्रमुख एवं वरिष्ठ पत्रकार विकास धूलिया का सोमवार सुबह आकस्मिक निधन हो गया। अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें श्री महंत इन्द्रेश अस्पताल ले जाया गया, जहाँ चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस दुखद समाचार से पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई।
विकास धूलिया पत्रकारिता जगत का एक जाना-माना नाम थे। उन्होंने करीब तीन दशकों तक पत्रकारिता को समर्पित जीवन जिया। पिछले 25 वर्षों से वे दैनिक जागरण से जुड़े थे और वर्तमान में देहरादून मुख्यालय में राज्य ब्यूरो प्रमुख के रूप में कार्यरत थे। रविवार को वे अपने कार्यालय में पूरी तरह सक्रिय थे, लेकिन सोमवार की सुबह अचानक तबीयत बिगड़ने से यह दुखद घटना घटी।
उनकी अंतिम यात्रा सोमवार दोपहर हरिद्वार के खड़खड़ी श्मशान घाट में संपन्न हुई। नम आंखों के साथ हजारों लोगों ने उन्हें विदाई दी। पत्रकारिता जगत, राजनीति, प्रशासन और समाज के सभी वर्गों से जुड़ी हस्तियाँ उनके अंतिम दर्शन के लिए पहुँचीं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं उनके देहराखास स्थित आवास पर पहुँचे और शोक संतप्त परिवार को ढाढ़स बंधाया। मुख्यमंत्री ने दिवंगत पत्रकार को एक “ईमानदार, निर्भीक और समर्पित पत्रकार” बताया, जिन्होंने निष्पक्ष पत्रकारिता की मिसाल कायम की।
इसके अलावा, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी, शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, और कई वरिष्ठ अधिकारी एवं नेता उनके आवास पर पहुँचे और श्रद्धांजलि अर्पित की।
स्व. विकास धूलिया मूल रूप से कोटद्वार के निवासी थे, और वर्तमान में अपने परिवार के साथ देहरादून के देहराखास क्षेत्र में रहते थे। वे अपने पीछे पत्नी, एक पुत्र, एक पुत्री और वृद्ध माँ को छोड़ गए हैं। परिवार में शोक की लहर है और उनके जाने से अपूरणीय क्षति हुई है।
उनकी अंतिम यात्रा में उत्तरांचल प्रेस क्लब, दैनिक जागरण के साथी, राज्य सूचना आयुक्त कुशल कोठियाल, पत्रकार योगेश भट्ट, राजपुर विधायक खजानदास, सचिव धीराज गर्ब्याल, और बड़ी संख्या में पत्रकार, समाजसेवी व शुभचिंतक शामिल हुए।
हरिद्वार में, अंतिम संस्कार के दौरान पूर्व मंत्री और विधायक मदन कौशिक, एसएसपी परमेंद्र डोभाल, एसपी सिटी पंकज गैरोला, सहित कई प्रशासनिक अधिकारियों ने भी दिवंगत पत्रकार को पुष्पांजलि अर्पित कर अंतिम श्रद्धांजलि दी।
इसके अलावा, कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, पूर्व राज्यसभा सांसद तरुण विजय सहित अन्य प्रमुख नेताओं ने भी सोशल मीडिया और व्यक्तिगत माध्यमों से दुख जताया और परिवार के प्रति संवेदनाएँ प्रकट कीं।
विकास धूलिया को उनकी निष्पक्ष रिपोर्टिंग, गहन विश्लेषण और समाज के प्रति प्रतिबद्धता के लिए जाना जाता था। उनके सहयोगियों के अनुसार, वे केवल एक पत्रकार नहीं बल्कि पत्रकारिता के मूल्यों के सच्चे प्रहरी थे। वे युवा पत्रकारों के लिए मार्गदर्शक की भूमिका निभाते थे और हर मुद्दे पर गहराई से पड़ताल करने में विश्वास रखते थे।
उनका जाना न केवल दैनिक जागरण परिवार बल्कि समूचे पत्रकारिता जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनकी लेखनी ने हमेशा जनसरोकार को प्राथमिकता दी और सत्ता से सवाल पूछने का साहस दिखाया। उत्तराखंड की पत्रकारिता में उन्होंने जो योगदान दिया, उसे सदैव याद किया जाएगा।
उनकी स्मृति में विभिन्न पत्रकार संगठनों द्वारा श्रद्धांजलि सभाओं का आयोजन किया जा रहा है। कई पत्रकारों ने सोशल मीडिया पर उन्हें याद करते हुए कहा कि उन्होंने एक ऐसा खालीपन छोड़ा है जिसे भरना आसान नहीं होगा।