अमेरिका ने ईरान के परमाणु स्थलों पर एक बड़ा हमला किया, जिसका नाम “ऑपरेशन मिडनाइट हैमर” था। इस हमले में अमेरिका ने बी-2 स्टेल्थ बॉम्बर्स का इस्तेमाल किया और एक गुप्त ऑपरेशन चलाया।
हमले की कहानी
अमेरिका ने मिसौरी से एक दिखावटी बी-2 बॉम्बर्स का समूह उड़ाया, जिससे लोगों को लगा कि हमला इसी समूह द्वारा किया जाएगा। लेकिन असली हमला सात बी-2 बॉम्बर्स ने किया, जो पूर्व की ओर 18 घंटे तक उड़ते रहे और ईंधन भरते रहे। इन बॉम्बर्स ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु स्थलों पर बम गिराए।
हमले में शामिल सैन्य बल
इस ऑपरेशन में 125 से अधिक अमेरिकी सैन्य विमानों ने भाग लिया। अमेरिका ने एक पनडुब्बी से टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें भी दागीं। अमेरिकी लड़ाकू विमानों ने आसमान में गश्त की और ईरानी विमानों या मिसाइल गतिविधि को रोकने के लिए तैयार रहे।
हमले के परिणाम
अमेरिकी सेना ने बताया कि हमले में ईरान के परमाणु स्थलों को “बेहद गंभीर नुकसान” पहुंचा है। अमेरिकी रक्षा सचिव ने कहा कि हमले ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को नष्ट कर दिया है।